दिनेश एल० "जैहिंद" Tag: Quote Writer 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid दिनेश एल० "जैहिंद" 2 Aug 2023 · 1 min read सरकार~ सरकार~ ऐसी सरकार कभी देखी है कि खुद को शिकारी और जनता को अपना शिकार समझे- "शिकारी आएगा। जाल बिछाएगा। दाना डालेगा।" तुम लोभ मत करना, दाना मत चूँगना। दिनेश... Quote Writer 177 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 2 Aug 2023 · 1 min read सरकार~ सरकार~ पहले सरकार जनता के लिए जिती थी और अब वही सरकार जनता से जिती है। दिनेश एल० "जैहिंद" Quote Writer 113 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 2 Aug 2023 · 1 min read देश और जनता~ देश और जनता~ ये सच है कि राष्ट्र है तो हम हैं पर यह भी सच है कि हम हैं तो ही राष्ट्र है। दिनेश एल० "जैहिंद" Quote Writer 1 231 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 2 Aug 2023 · 1 min read गूढ़ बात~ गूढ़ बात~ कुछ लोगों का जन्म ही नींव की ईंट बनने के लिए होता है। ना वे कभी मंजिल पा सकते हैं और ना ही वे कभी आसमान छू सकते... Quote Writer 195 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 2 Aug 2023 · 1 min read रुपया-पैसा~ रुपया-पैसा~ पैसे ने ऐसा भौकाल मचाया कि आदमी की सभी चीजें बिक गईं। ईमान बिक गया, धर्म बिक गया, चरित्र बिक गया, जुबान बिक गई, यहाँ तक कि खुद... आदमी... Quote Writer 239 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 23 Jul 2023 · 1 min read मेरी सोच~ मेरी सोच~ सिरफिरे ज्ञानी कहते हैं कि लीक से हटकर कुछ करो तो ही इतिहास रच सकते हो। पर मैं कहता हूँ कि लीक पर ही चला करो वरना पूरी... Quote Writer 127 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 23 Jul 2023 · 1 min read सच्चाई ~ सच्चाई ~ व्यक्ति से परिवार बनता है, परिवार से समाज बनता है, समाज से राष्ट्र बनता है। मगर जब व्यक्ति में पारिवारिक, सामाजिक व राष्ट्रीय सूझबूझ नहीं होगी तो इन... Quote Writer 271 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 23 Jul 2023 · 1 min read दिव्य ज्ञान~ दिव्य ज्ञान~ सारे ब्रह्माण्ड में अंधकार फैला है। उससे बचने के लिए तारों को जन्म मिला। वैसे ही सारी दुनिया में बुराई फैली हुई है। इससे बचने के लिए अच्छाई... Quote Writer 157 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 23 Jul 2023 · 1 min read कड़वा सच~ कड़वा सच~ तात के मुख से 'ना' नहीं निकलती है कभी, परंतु आजकल के पुत्रों के मुख से 'ना' निकलते देर नहीं लगती। दिनेश एल० "जैहिंद" Quote Writer 241 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 23 Jul 2023 · 1 min read ज्ञान~ ज्ञान~ अधम व नीच आदमी से जो दूर रहता है। वह अकेला जरूर होता है। परंतु पराजित नहीं। उसके साथ लोगों की भीड़ नहीं होती। परंतु एक अदृश्य शक्ति उसके... Quote Writer 1 317 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 9 Jun 2023 · 1 min read आज की जरूरत~ आज की जरूरत~ विज्ञान पढ़के वैज्ञानिक बन सकते हो, जीव विज्ञान पढ़के डॉक्टर बन सकते हो, ज्यामिति पढ़के इंजीनियर बन सकते हो। मगर एक माँ का सहारा, एक बाप की... Hindi · Quote Writer 1 366 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 9 Jun 2023 · 1 min read आज का यथार्थ~ आज का यथार्थ~ माँ, बाप, गुरु, मित्र सभी ने बालक में कूट-कूट कर अच्छाई भरीं। फिर भी किशोर अच्छाई से वंचित रह गया। आश्चर्य तब हुआ जब बुराई बिना जद्दोजहद... Hindi · Quote Writer 141 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 9 Jun 2023 · 1 min read विलोमात्मक प्रभाव~ विलोमात्मक प्रभाव~ "गंदगी सुपाच्य होती है। स्वच्छता अपाच्य! बुराई ग्राह्य होती है। अच्छाई त्याज्य।" दिनेश एल० "जैहिंद" Hindi · Quote Writer 281 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 9 Jun 2023 · 1 min read सोच~ सोच~ "शिक्षा ने ज्ञान जरूर दिया, मगर लोगों से सारे संस्कार और संस्कृति छीनकर ले गई।" दिनेश एल० "जैहिंद" Hindi · Quote Writer 238 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 8 Jun 2023 · 1 min read सच्चाई ~ सच्चाई ~ बुराई का पलड़ा अच्छाई से भारी है। चारों तरफ बुराई फैली हुई है। इससे बचने के लिए अच्छाई आज भी लड़ रही है। जैसे श्रीकृष्ण ने लड़ा था।... Hindi · Quote Writer 2 444 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 8 Jun 2023 · 1 min read जबरदस्त विचार~ जबरदस्त विचार~ कर्म और भाग्य में बस दो कदम की दूरी है परन्तु ये फासला उस वक़्त और अधिक बढ़ जाता है जब आप सच्चे, ईमानदार व सरल होते हैं।... Hindi · Quote Writer 1 882 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 8 Jun 2023 · 1 min read दूरदर्शिता~ दूरदर्शिता~ भारतीय समाज अब अपनी दशा व दिशा तय कर चुका है। इसका अंत सन्निकट है। घर तो होगा मगर उस घर में परिवार नहीं होगा। दिनेश एल० "जैहिंद" Hindi · Quote Writer 1 228 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 8 Jun 2023 · 1 min read सवाल~ सवाल~ राष्ट्र की सार्वभौमिकता, एकता व अखंडता दांव पर लगी हुई है। इसका अर्थ है कि भारतीय संविधान में अभी भी कुछ दोष है। #दिनेश एल० "जैहिंद" Hindi · Quote Writer 1 449 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 8 Jun 2023 · 1 min read दूर की कौड़ी ~ दूर की कौड़ी ~ एक म्यान में दो तलवारें नहीं रह सकतीं। या तो गृहस्थी रह सकती है या तो सशक्तिकरण रह सकता है। Hindi · Quote Writer 1 181 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 8 Jun 2023 · 1 min read कड़वी बात~ कड़वी बात~ भारतीय परिवार पाश्चात्य संस्कृति के कुचक्र में बुरी तरह फँस चुका है। और इसमें भारतीय कानून व सरकार दोनों मिलकर घी में आग डालने का काम कर रहे... Hindi · Quote Writer 2 231 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 8 Jun 2023 · 1 min read विचार~ विचार~ "जहाँ इंसान, घर, परिवार व समाज में स्नेह, प्रेम व सामंजस्य नहीं होगा वहाँ किसी भी राष्ट्र या देश का टूटना सुनिश्चित है!" दिनेश एल० "जैहिंद" Hindi · Quote Writer 1 333 Share