Dimpal Khari Tag: बाल कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dimpal Khari 19 May 2018 · 1 min read आई आँधी आई आँधी, आई आँधी आसमान में बिजली कौंधी। बिजली हो गई घर की गुल, खिड़की भी गई सारी खुल। अम्बिया भी अब पेड़ से झड़ गयी, पतंग हमारी सर सर... Hindi · कविता · बाल कविता 4 1 285 Share Dimpal Khari 10 May 2018 · 1 min read बारिश बारिश का शोर हैं, बादल घनघोर हैं। दम दम जो बिजली दमकी, डर से जो ऐसे छिपे, मानो कोई चोर हैं। झम-झम जो आँधी चली, दौड़े बच्चे गली-गली। बूंदे जो... Hindi · कविता · बाल कविता 4 1 272 Share