Sanjay ' शून्य' Tag: Narendra 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sanjay ' शून्य' 7 Oct 2023 · 1 min read संतोष धन बहुत लूटा लुटेरों ने, ये दौलत कम नहीं होती। हजारों ज़ख्म खाकर भी, ये आंखे नम नहीं होती।। है ये संतोष की दौलत, जो कि प्रभु प्रेम से पाया। हूं... Hindi · Narendra 1 334 Share