देवेन्द्र उइके Tag: बाल कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid देवेन्द्र उइके 24 May 2020 · 1 min read खाये जाओ चुपचाप तुम खाये जाओ ,खायो जाओ चुपचाप। और हम बढ़ाये यंहा रक्तचाप। कोई बात नही, दिन हमारे भी फिरेंगे । दो कौर सही, तेरे साथ जलपान करेंगे। तुम खायो जाओ, खायो... Hindi · कविता · बाल कविता 1 1 247 Share देवेन्द्र उइके 24 May 2020 · 1 min read परी सी हो तुम परी सी, सोलह आना खरी सी। हो सबकी प्यारी तुम, हो जबकि न्यारी तुम, थोड़ी खाली , थोड़ी भरी सी, हो तुम परी सी। सोलह आना खरी सी।... Hindi · कविता · बाल कविता 1 1 333 Share