दीपक झा रुद्रा Tag: Hindi_poetry_हिंदी_कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid दीपक झा रुद्रा 10 Apr 2025 · 1 min read _तुमसे एक समन्वय खातिर, मेरी ग़ज़ल अधूरी होगी।_ *नव गीत* साख शजर से जब बिछड़े तो,काव्य कोष कमजोरी होगी। तुमसे एक समन्वय खातिर, मेरी ग़ज़ल अधूरी होगी। कितने तो अंबर के तारे टूटे होंगे मुझे देखकर... कितने तो... Hindi · Hindi_poetry_हिंदी_कविता · कविता 1 142 Share