दीपक झा रुद्रा Tag: लेख 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid दीपक झा रुद्रा 20 Nov 2021 · 1 min read आज के कवि:दो टूक *आज के कवि:दो टूक* आज के ज्यादातर कवियों में मानसिक संकीर्णता है,,इनकी वास्तविक कवित्त चेतना जागृत ही नहीं हो पा रही है क्योंकि इनके विचारों में उदारक तत्वों की कमी... Hindi · लेख 4 2 237 Share दीपक झा रुद्रा 17 Nov 2021 · 4 min read भारतीय शिक्षा नीति और संबंधित इतिहास #भारतीय_शिक्षा_नीति_व_संबंधित_इतिहास शिक्षा ,समाजिक चेतना,विकास, राष्ट्रवाद,मानविक आवश्यकताओं और सामाजिक समस्याओं को जानने समझने के लिए आवश्यक है। मानव सभ्यता के विकास में शिक्षा का अहम योगदान रहा है और शिक्षित व्यक्ति... Hindi · लेख 2 596 Share दीपक झा रुद्रा 27 Dec 2021 · 4 min read कवित्त और राष्ट्रवाद कवित्त व राष्ट्रवाद शायरी और कविता करते करते ,,अचानक से महसूस होने लगता है। कुछ तो है..... जिसे मैं भूल रहा हूं,,कुछ हकीकत तो है जिसे लिखना चाहता था मैं,,और... Hindi · लेख 505 Share दीपक झा रुद्रा 30 Dec 2021 · 3 min read ज्ञान क्या है? दस पुस्तकें पढ़कर खुद को विद्वान मानने वाला नया विचार मुख्य धारा से जुड़े लोगों का होने लगा है। और दुष्प्रभाव यह है कि विद्वान प्रताड़ित किए जाने लगे हैं।... Hindi · लेख 359 Share दीपक झा रुद्रा 15 Jan 2022 · 3 min read कवित्त की अनुभूति अनुभूति– 01 कुछ लोग साहित्यिक चर्चा इत्यादि में हिस्सा लेने के लिए शुक्ल लेते हैं। उनका मानना है कि वो श्रेष्ठ साहित्यकार हैं, और साहित्यिक ज्ञान देने के लिए ,शुल्क... Hindi · लेख 286 Share