दीपक झा रुद्रा Tag: प्रेम 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid दीपक झा रुद्रा 20 Feb 2024 · 1 min read तुम कहो या न कहो,है उम्रभर की यह प्रतीक्षा तुम कहो या न कहो,है उम्रभर की यह प्रतीक्षा और तुमसे जो मिली है ,वो व्यथा सहता रहूंँगा। इंद्रधनुषी रंग के, तुम तो हो अवयव कदाचित.... व्योम के मस्तक की... Poetry Writing Challenge-2 · गीत · प्रेम 2 241 Share दीपक झा रुद्रा 20 Aug 2023 · 1 min read ग़ज़ल दिल मेरा जब आपके ही सादगी तक आ .... जो कभी मासूम था, आवारगी तक आ गया। कल तलक तुमसे बिछड़कर जी ही लेता मैं मगर... आज तेरा ख़्वाब मेरी... Hindi · इश्क़ · प्रेम · मुहब्बत · मोहब्बत इश्क़ Love Poetry · हिंदी ग़ज़ल 517 Share दीपक झा रुद्रा 27 Jan 2023 · 1 min read उर से तुमको दूंँ निर्वासन! अक्सर आंँसू ने धोखा से छोड़ा नयन का व्योम अकिंचन। घटना है, प्रयास अथक है, मन से तुमको दूंँ निर्वासन! फूल सरीखा दिल है मेरा तुम कहते हो पत्थर होने।... Hindi · कविता · गीत · प्रेम · विरह गीत 270 Share दीपक झा रुद्रा 25 Jun 2022 · 1 min read मर्ज आलिंगन भर कर लेते तो ,तेरी खुशबू देह में होती। नाहक ही विरहा झेला हूं,जीवन को संतत्पित मानो। मैं आकाश प्रेम लुटाता,तेरे नाम पर गीत बनाता। किंतु अब आहें लिखता... Hindi · प्रेम · हिंदी कविता 2 2 335 Share