दीपक झा रुद्रा Tag: पश्चाताप 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid दीपक झा रुद्रा 18 Jan 2023 · 2 min read पश्चाताप की अग्नि बन रहे थे तुम उपासक किसलिए.. सह रहे थे कल्प त्रासक किसलिए... जब वफ़ा की कद्र मैं न कर सका आंँख में पानी तलक न भर सका। मैं तुम्हें वीरांगना... Hindi · कविता · पश्चाताप 1 273 Share