कवि दीपक बवेजा Tag: ग़ज़ल/गीतिका 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि दीपक बवेजा 12 Nov 2023 · 1 min read लिख रहा हूं कहानी गलत बात है लिख रहा हूं कहानी गलत बात है जिंदगी की जवानी अलग बात है । आंखों का ये पानी अलग बात है मेरी अधूरी कहानी अलग बात है ।। उसका मुस्कुराना... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 225 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read मैंने जब मैंने मां लिखा मुझसे पूछा कि तुमने मां पर भी कुछ लिखा सब कुछ लिख दिया मैंने जब मैंने मां लिखा ✍कवि दीपक सरल Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 1 91 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read अपनी खुशी को कुरबा किया जाता है कभी - कभी किसी अपने की खातिर , अपनी खुशी को कुरबा किया जाता है| क्या बताएं हम की आपको क्या क्या , दाव पर लगाकर इश्क किया जाता है... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 135 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read फूलों ने मिलने की इच्छा जारी की, फूलों ने मिलने की इच्छा जारी की, भंवरे ने भी मिलने की तैयारी की | जब से उसने दिल में आना छोड़ा है हमने भी दिल की चारदीवारी की ||... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 135 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read मैंने उस पर ताजी गजलें लिखी है उस पर ताजी गजलें लिखी है कलम भी फूट फूट कर रोई है | अपनी सूखी कलम कई बार आंसुओं से भिगोई कोई है | ✍Kabhi Deepak Saral Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 72 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read बड़ा पछताओगे बड़ा पछताओगे करके बेवफाई जो तुम जाओगे...., बड़ा पछताओगे बड़ा पछताओगे | तोड़ के दिल मेरा जो तुम्हें जाओगे, बड़ा पछताओगे बड़ा पछताओगे | मुझे तुम छोड़कर किसे अपनाओगे, किसे अपनाओगे बड़ा... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 173 Share कवि दीपक बवेजा 30 Jan 2023 · 1 min read मेरी कलम क्यों उदास है मेरी कलम उदास क्यो है , पानी को प्यास क्यो है | सब कुछ खोकर भी पाने की आस क्यों है | प्रियवर को पाकर भी मनवा उदास क्यों है... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 56 Share कवि दीपक बवेजा 30 Jan 2023 · 1 min read कौन है जिसको बिछड़ जाने पर गिला नहीं है कौन है जिसको बिछड़ जाने पर गिला नहीं है , वह मिला तो है , हमसे लेकिन मिला नहीं है | अभी बाकी है कई पुराने जख्म हमारे सीने में,... Hindi · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 101 Share कवि दीपक बवेजा 24 Jan 2023 · 1 min read कई चेहरे पड़े गुनाहगार हमने शोहरतों का किया है खुमार हमने, मोहब्बतें कमाई है बेशुमार हमने | ठोकरें खाई यहां बरकरार हमने , कई चेहरे पड़े हैं, गुनाहगार हमने || ✍कवि दीपक सरल Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 46 Share कवि दीपक बवेजा 21 Jan 2023 · 1 min read संभाल के रखना यह शीशे का दिल संभाल के रखना यह शीशे का दिल तेरी मोहब्बत कि हम कदर करते हैं ! आसानी से कहां मिलती है मोहब्बत कुछ लोग मोहब्बत मैं ग़दर करते हैं ! कवि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 66 Share कवि दीपक बवेजा 21 Jan 2023 · 1 min read जो अंदर है , वह बाहर दिखता कहां है पहले से खत आशिक लिखता कहां है, जो अंदर है , वह बाहर दिखता कहां है पहले से खत आशिक लिखता कहां है, जिन कीमतों पर ठगे गए थे हम कभी उन कीमतों पर प्यार बिकता कहां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 154 Share कवि दीपक बवेजा 16 Aug 2021 · 1 min read ख्वाबों को हकीकत में बदल दिया ख्वाबों को हकीकत में बदल दिया जाए, जो थी अधूरी दास्तां पूरा कर दिया जाए । अब हवाएं बह रही है अंतर्मन के जुनून की, अभी शहर की हालत को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 354 Share कवि दीपक बवेजा 8 Jun 2021 · 1 min read आईना किसी को बुरा नहीं बताता है आईना किसी को बुरा नहीं बताता है , आईना हर किसी को आईना दिखाता है। हर किसी को रूवानी बकसता है समंदर , मगर पार वही होता है जो डूब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 539 Share कवि दीपक बवेजा 27 Apr 2021 · 1 min read इससे बड़ा हादसा क्या वह शख्स घर से ही ना निकला हादसों के डर से! जिंदगी यू ही निकल रही इससे बड़ा हादसा क्या !! ✍कवि दीपक सरल Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 375 Share कवि दीपक बवेजा 13 Apr 2021 · 1 min read तेरा आईना हो जाऊं कुछ बातों को राज ही रहने दे , कुछ बातें मैं छुपाऊं, मुझमें तू झांक ले सच्चाई मेरी, तेरा आईना हो जाऊं।।१ तू चांद- निशा बन जाए मेरा ,मैं चांदनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 577 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2021 · 1 min read हौसला जिद पर अड़ा है हौसला जिद पर अड़ा है लौटना तोहीन होगी नदियां निकल गई है समुंदर से बेवफाई क्यों ।।१ जिस गली जाना नहीं है वहां से रुक मोड़ लो छोड़ आए गलियां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 635 Share