Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Tag: ग़ज़ल/गीतिका
16 posts
लिख रहा हूं कहानी गलत बात है
लिख रहा हूं कहानी गलत बात है
कवि दीपक बवेजा
मैंने जब मैंने मां लिखा
मैंने जब मैंने मां लिखा
कवि दीपक बवेजा
अपनी खुशी को कुरबा किया जाता है
अपनी खुशी को कुरबा किया जाता है
कवि दीपक बवेजा
फूलों ने मिलने की इच्छा जारी की,
फूलों ने मिलने की इच्छा जारी की,
कवि दीपक बवेजा
मैंने उस पर ताजी गजलें लिखी है
मैंने उस पर ताजी गजलें लिखी है
कवि दीपक बवेजा
बड़ा पछताओगे बड़ा पछताओगे
बड़ा पछताओगे बड़ा पछताओगे
कवि दीपक बवेजा
मेरी कलम क्यों उदास है
मेरी कलम क्यों उदास है
कवि दीपक बवेजा
कौन है जिसको बिछड़ जाने पर गिला नहीं है
कौन है जिसको बिछड़ जाने पर गिला नहीं है
कवि दीपक बवेजा
कई चेहरे पड़े गुनाहगार हमने
कई चेहरे पड़े गुनाहगार हमने
कवि दीपक बवेजा
संभाल के रखना यह शीशे का दिल
संभाल के रखना यह शीशे का दिल
कवि दीपक बवेजा
जो अंदर है , वह बाहर दिखता कहां है पहले से खत आशिक लिखता कहां है,
जो अंदर है , वह बाहर दिखता कहां है पहले से खत आशिक लिखता कहां है,
कवि दीपक बवेजा
ख्वाबों को हकीकत में बदल दिया
ख्वाबों को हकीकत में बदल दिया
कवि दीपक बवेजा
आईना किसी को बुरा नहीं बताता है
आईना किसी को बुरा नहीं बताता है
कवि दीपक बवेजा
इससे बड़ा हादसा क्या
इससे बड़ा हादसा क्या
कवि दीपक बवेजा
तेरा आईना हो जाऊं
तेरा आईना हो जाऊं
कवि दीपक बवेजा
हौसला जिद पर अड़ा है
हौसला जिद पर अड़ा है
कवि दीपक बवेजा
Loading...