कवि दीपक बवेजा Tag: कविता 96 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read सुराख पर इल्जाम गलत लगाते हैं सुराख पर इल्जाम गलत लगाते हैं डूबने वाले तो शर्म से डूब जाते हैं | उनसे कहां आता मोहब्बत का हुनर जो मोहब्बत करने में , ऊब जाते हैं |... Hindi · कविता · ग़ज़ल 210 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read फूलों ने मिलने की इच्छा जारी की, फूलों ने मिलने की इच्छा जारी की, भंवरे ने भी मिलने की तैयारी की | जब से उसने दिल में आना छोड़ा है हमने भी दिल की चारदीवारी की ||... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 136 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read जमाना हस रहा है मेरी हार पर जमाना हस रहा है मेरी हार पर.., जिंदगी कहां चलती है उदार पर | जीना पड़ता है जिंदगी के सार पर, भरोसा दिल से करो अपने यार पर | तोडकर... Hindi · कविता · गीतिका · मुक्तक 84 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read कई मौसमों के बाद मैं , कई मौसमों के बाद मैं , अपने लिबास में आया | लड़खड़ाते सुर मैं था , अब साज में आया | बड़ी मुश्किल से ही, जीने का हुनर आया ,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक 134 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read बड़ा पछताओगे बड़ा पछताओगे करके बेवफाई जो तुम जाओगे...., बड़ा पछताओगे बड़ा पछताओगे | तोड़ के दिल मेरा जो तुम्हें जाओगे, बड़ा पछताओगे बड़ा पछताओगे | मुझे तुम छोड़कर किसे अपनाओगे, किसे अपनाओगे बड़ा... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 173 Share कवि दीपक बवेजा 30 Jan 2023 · 1 min read मेरी कलम क्यों उदास है मेरी कलम उदास क्यो है , पानी को प्यास क्यो है | सब कुछ खोकर भी पाने की आस क्यों है | प्रियवर को पाकर भी मनवा उदास क्यों है... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 57 Share कवि दीपक बवेजा 30 Jan 2023 · 1 min read सपनों को हकीकत में बदलने वाले सपनों को हकीकत में बदलने वाले , चंद सिक्के हैं बाजार में चलने वाले | कहां होते हैं सब किनारा करने वाले, बहुत मिलते हैं सिक्के उछलने वाले | प्यार... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक 202 Share कवि दीपक बवेजा 30 Jan 2023 · 1 min read किस कलम की पुकार से पुकार लिखूंगा कलम की पुकार से पुकार लिखूंगा , कभी तो मैं जिंदगी का सार लिखूंगा | मोहब्बतों में कभी प्यार लिखूंगा दोस्ती में दोस्ती को यार लिखूंगा | निभा सको तो... Hindi · कविता 86 Share कवि दीपक बवेजा 30 Jan 2023 · 1 min read यह शर्म ए हया, इश्क ,मोहब्बत कुछ तो है जहां देखने पर कुछ नहीं है. , ...............वहां कुछ तो है | यह शर्म ए हया, इश्क ,मोहब्बत ................यह कुछ तो है | अनंत नूर हो भले उसके चेहरे पर... Hindi · कविता · ग़ज़ल 161 Share कवि दीपक बवेजा 25 Jan 2023 · 1 min read तब जाकर के ये आजादी आई है कई भारत मां के बेटों ने अपनी जान गवाई है | तब जाकर कर के भारत में यह आजादी आई है | भगत सिंह , सुखदेव ने अंग्रेजों को ललकारा... Hindi · कविता 186 Share कवि दीपक बवेजा 24 Jan 2023 · 1 min read जिंदगी आईने से खुल जाती है सामने से जिंदगी आईने से खुल जाती है सामने से गमों को कमजर्फ के सामने दिखाऊं कैसे, दिल मेरा भी नहीं लगता है अब अकेले में किसी को जबरदस्ती अपना बनाऊं कैसे... Hindi · Poem · कविता 2 95 Share कवि दीपक बवेजा 24 Jan 2023 · 1 min read आंधियों से हम बुझे तो क्या दिए रोशन करेंगे ज्यौं दीया जलाया हमने आंधियां चलने लगी.., आंधियों से हम बुझे तो क्या दिए रोशन करेंगे | हमारी हर मंजिल से आगे संघर्षों के बादल हैं, हौसला हुआ पश्त तो... Hindi · कविता 1 254 Share कवि दीपक बवेजा 24 Jan 2023 · 1 min read वह कहां शिखर पाएगा बह रहा जो श्रम नदी में , उसका किनारा आएगा | निकला ही नहीं घर से , वह कहां शिखर पाएगा || कर्म प्रधान की भूमि रे स्थान कहां यहां... Hindi · कविता 81 Share कवि दीपक बवेजा 24 Jan 2023 · 1 min read हर परिंदे की उड़ान का मोल देता है हर परिंदे की उड़ान का मोल देता है , पूरा आसमान वह वो खोल देता है | कभी पढ़ो तो सही अपने सपनों के पीछे, सभी सपनों को हकीकत से... Hindi · कविता · कहानी · मुक्तक · शेर 132 Share कवि दीपक बवेजा 24 Jan 2023 · 1 min read जिसको छूटे हुए अब जमाना हुआ उसके घर के आगे से निकल के आना हुआ.. , फिर ना उस गली से कभी आना जाना हुआ..... | आज फिर उसकी मोहब्बत की याद आई मुझे ...., जिसको... Hindi · कविता · कुण्डलिया · कोटेशन · ग़ज़ल · शेर 130 Share कवि दीपक बवेजा 21 Jan 2023 · 1 min read यह चेहरे रहेंगे उदास कब तक यह चेहरे रहेंगे उदास कब तक हम होते रहेंगे शिकार कब तक. | कोशिश ये बरकरार कब तक कामयाबी रहेगी दूर कब तक ||१ आखिर होगी हार कब तक जीत... Hindi · कविता 208 Share कवि दीपक बवेजा 29 Nov 2022 · 1 min read खुदा से एक सिफारिश लगवाऊंगा खुदा से एक सिफारिश लगवाऊंगा, समय को मोड़ने की घड़ी बनवाऊंगा ! पुरानी यादें ,पुराने लम्हे ,पुराने यारों को, एक बार फिर से मैं पुनः समेट पाऊंगा !! गुजरे पुराने... Hindi · कविता 2 2 141 Share कवि दीपक बवेजा 13 Oct 2022 · 1 min read एक सुबह की किरण एक सुबह की किरण कल-कल करती नदियां हैं , कोयल का राग सुनाना है ! आज आज की बात है .., कल का किसने जाना है!! तितली का चहकना, फूलों... Hindi · कविता 8 245 Share कवि दीपक बवेजा 13 Oct 2022 · 1 min read वक्त लगता है वक्त लगता है पुरानी दरख़्त हिलाने में वक्त लगता है सरल उबर के आने में वक्त लगता है ! खिलता नहीं है कमल गुलशन में कभी कांटो से साथ निभाने... Hindi · कविता 5 2 178 Share कवि दीपक बवेजा 9 Oct 2022 · 1 min read करके तो कुछ दिखला ना आना जाना आना जाना , करके तो कुछ दिखला ना संघर्षों के सागर में अब अपना परचम लहरा ना ! कई हार 'हार के' पहन भले जीत के अब है... Hindi · कविता 2 340 Share कवि दीपक बवेजा 9 Oct 2022 · 1 min read निभाना ना निभाना उसकी मर्जी साथ सात जन्म का यह है मेरी अर्जी , निभाना ना निभाना अब है उसकी मर्जी ! थोड़ी सी है खुशी थोड़ा सा है गम , कितने अजब है तुम... Hindi · कविता 3 246 Share कवि दीपक बवेजा 9 Oct 2022 · 1 min read अब रुक जाना कहां है फैसला किया चलने का अभी रुक जाना कहां है! क्या फर्क पड़ता है कि मंजिल अब कहां है !! रुकना मना है अब भरोसा है हौसलों पर ! स्वागत है... Hindi · कविता 3 4 1k Share कवि दीपक बवेजा 9 Oct 2022 · 1 min read गरीबी .....................गरीबी....................... .............एक सितम है गहरा .............. .............उस पर भी होता है.............. ............लोगों का कड़ा पहरा ............ .......छोड़ जाने को हर कोई बेताब ....... .......किस कलम से लिखी किताब........ ....हर रास्ते... Hindi · कविता 1 222 Share कवि दीपक बवेजा 9 Oct 2022 · 1 min read भीगे भीगे मौसम में भीगे भीगे मौसम में ..... कुछ मस्त बहारें आती है ! कुछ याद बसर करती है कुछ अजब नजारे लाती हैं ! ! जब बादल गर्जन करता है कोयल भी... Hindi · कविता 2 294 Share कवि दीपक बवेजा 9 Oct 2022 · 1 min read जरूरी कहां कुल का दिया कुल को रोशन करें जरूरी कहां कुल - दिया कुल को रोशन करें , ऊचे कुल में होकर भी संगति मार देती है ! भंवरों जरा बगीचों से संभल कर निकलो, फूलों की सुगंध... Hindi · कविता 1 180 Share कवि दीपक बवेजा 16 Aug 2021 · 1 min read कर कर के प्रयास अथक कर कर के प्रयास अथक करके बैठा प्रयास अथक वह ....कर एक प्रयास बस एक बार और.......... स्वप्न स्वप्न सब भूल गया अब उम्मीदों से हारा है वह ..... कर... Hindi · कविता 2 912 Share कवि दीपक बवेजा 16 Aug 2021 · 1 min read सफलता की दहलीज पर सफलता की दहलीज पर एक कदम हमारा होगा , अपनी ताकत पहचानो कोई न बेसहारा होगा। दिल में उठेगी नई उमंग हर्षित देश हमारा होगा, नाकारी की धुंध छटेगी कर्मठ... Hindi · कविता 3 1 392 Share कवि दीपक बवेजा 16 Aug 2021 · 1 min read मुकबल ख्वाब करने हैं...... मुकम्मल ख्वाब करने हैं, मुकम्मल बात करनी है । अधूरी रही जो कहानी , वो पूरी आज करनी है ।। अश्क जो बह रहे है अब, उन पर बरसात करनी... Hindi · कविता 1 884 Share कवि दीपक बवेजा 8 Jun 2021 · 1 min read साथ आया हो जो एक फरिश्ता बनकर साथ आया हो जो एक फरिश्ता बनकर , तो तुम्हें साथ चलना अच्छा लगेगा ।।१ लाखों डूबाने पर आमादा समुंदर में , अब किनारा तुम को सच्चा लगेगा।।२ मुफलिसी में... Hindi · कविता 4 850 Share कवि दीपक बवेजा 8 Jun 2021 · 1 min read सपनों की तुम बात करो काबू तुम जज्बात करो सपनों की तुम बात करो, जीवन रोशन करना है तो मेहनत तुम दिन रात करो, उम्मीदों के सूरज हो तुम अंधकार को तुम दूर करो, सर्व... Hindi · कविता 2 2 776 Share कवि दीपक बवेजा 8 Jun 2021 · 1 min read कुछ तो ऐसा कर जाओ सर्व जगत की नजरें तुम पर, कुछ तो ऐसा कर जाओ! रणभूमि की शान बनो या , जीत का परचम लहराए!! परम पिता का हाथ है सर पर, तुम मत... Hindi · कविता 1 2 384 Share कवि दीपक बवेजा 27 May 2021 · 1 min read अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए, हर बात मयस्सर होती कहां जमाने में । जरूरत आएगी तो हो जाएंगे रुखसत ; क्यों लगे हो इस दुनिया को आजमाने में... Hindi · कविता 1 720 Share कवि दीपक बवेजा 8 May 2021 · 1 min read कैसी अजब कहानी लिखूं कैसी अजब कहानी लिखूं किन आंखों का पानी लिखूं । यह वर्तमान के हालातों को सरकारों की जवानी लिखूं।। कानूनों का पालन लिखूं.. मजदूरों के आंसू लिखूं । राजनीति की... Hindi · कविता 1 575 Share कवि दीपक बवेजा 28 Apr 2021 · 1 min read अब अरमान दिल में है कुछ तो कर गुजरने का अब #अरमान दिल में है ! जमीन नहीं है मंजिल मेरी खुला #आसमान दिल में है!! #आसमानों की जद में रहना, फिर भी अपनी #हद... Hindi · कविता 1 455 Share कवि दीपक बवेजा 27 Apr 2021 · 1 min read रोशन सारा शहर देखा रोशन सारा शहर देखा, पर दीए तले अंधेरा देखा ! पानी भरे समंदर देखे , फिर भी हमने प्यासा देखा!! भरे भरे धन कोष देखें, उनका छोटा मन देखा है... Hindi · कविता 6 438 Share कवि दीपक बवेजा 13 Apr 2021 · 1 min read सपना देखा है तो स्वप्न जो देखा है तो स्वप्न को मुकम्मल करना मुफलिसी खुदा ने ना बख्शी किसी को मुकद्दर में।। Hindi · कविता 1 712 Share कवि दीपक बवेजा 13 Apr 2021 · 1 min read चांदनी चकोर सा रिश्ता तेरा मेरा चांदनी-चकोर सा रिश्ता तेरा मेरा, चांदनी चकोर सा रिश्ता तेरा मेरा, रिश्ते को खूबसूरती से निभाने लगा पहले से ज्यादा अब क्यों चाहने लगा !! दिल की गुफ्तगू को यूं... Hindi · कविता 1 627 Share कवि दीपक बवेजा 13 Apr 2021 · 1 min read मिट्टी को छोड़कर जाने लगा है मिट्टी को छोड़कर जाने लगा है शहर में पैसा वो कमाने लगा है । थाम अंगुली जिसकी सीखा चलना मां-बाप को बूढ़ा वह बताने लगा है।। गांव की गलियों को... Hindi · कविता 2 552 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2021 · 1 min read अखबार में क्या आएगा क्या बना है खाने में क्या परोसा जाएगा ! वहां घटना क्या हुई थी अखबार में क्या आएगा !! क्या सुना है तुमने, दादा उसके नेता थे ! यह पुश्तैनी... Hindi · कविता 2 5 589 Share कवि दीपक बवेजा 5 Apr 2021 · 1 min read क्या ठहर जाना ठीक है खत्म हुआ यह ईंधन , अब क्या ठहर जाना ठीक है बढ़ रही है धुंध क्या अब लौट जाना ठीक है ।।१ तूफानों के बीच शहर में क्या घर बनाना... Hindi · कविता 1 420 Share कवि दीपक बवेजा 5 Apr 2021 · 1 min read जो इश्क मुकम्मल करते हैं जो इश्क मुकम्मल करते हैं वह एक तरफा भी करते हैं ! वह इश्क इश्क ही करते हैं नहीं सौदेबाजी करते हैं ।। अपने दिल के इन भावों को इस... Hindi · कविता 1 456 Share कवि दीपक बवेजा 5 Apr 2021 · 1 min read "अकेला काफी है तू" काफी अकेला हूं मैं काफी अकेला हूं मैं काफी अकेला हूं मैं कहता ही जा रहा था !! अकेला काफी है ,तू अकेला काफी है ,तू अकेला काफी है ,तू... Hindi · कविता 1 719 Share कवि दीपक बवेजा 4 Apr 2021 · 1 min read तुम भी बढ़ो हम भी बड़े तुम भी बढ़ो , हम भी बड़े , कुछ नया इतिहास गड़े।। तुम भी चलो , हम भी चले, यह बुझे दिये रोशन करें ।। सूर्य नहीं जुगनू ही सही... Hindi · कविता 3 2 669 Share कवि दीपक बवेजा 4 Apr 2021 · 1 min read हौसला अभी लहरें - समुद्री है उन्मादी, हर समय हौसला आजमाना नहीं !! अभी मौसम नहीं है उड़ानों का, बारिशों में पतंगें उड़ाना नहीं !! हर जुगनू में है छुपी चांदनी... Hindi · कविता 1 2 305 Share कवि दीपक बवेजा 4 Apr 2021 · 1 min read तिनका तिनका लाती चिड़िया तिनका तिनका लाती चिड़िया , ऐसे नीड बनाती चिड़िया !? चल रही आंधियां राहों में , पर उनसे ना घबराती चिड़िया !! बुलंद हौसला , कल कल करता नदियों सा... Hindi · कविता 2 749 Share कवि दीपक बवेजा 4 Apr 2021 · 1 min read म्हारो राजस्थान गौरव मय इतिहास जहां का जग में प्रचलित है रचनाएं । यहां अध्ययन करके पाओगे कई सूर्यवीर की गाथाएं!! कहीं कल-कल करती है नदियां मरुस्थल का है थार कहीं! यहां... Hindi · कविता 1 440 Share Previous Page 2