कवि दीपक बवेजा Tag: ग़ज़ल 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि दीपक बवेजा 13 Nov 2023 · 1 min read फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा मोहब्बत को रास्ते में छोड़ना पड़ा ऐसी नाव पर सवार हो गए थे हम बीच रास्ते नाब को मोड़ना पड़ा !! जिन किनारों की थी मंजिल... Hindi · कविता · ग़ज़ल · दोहा · शेर 2 192 Share कवि दीपक बवेजा 13 Nov 2023 · 1 min read दिये को रोशननाने में रात लग गई दिये को रोशननाने में रात लग गई अंधेरों को हटाने में बारात लग गई मैं टूटे हुए ख्वाब पूरे करके खुश हूँ उसी को बनाने में जिंदगी लग गई १... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक · शेर 1 227 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read रेत पर मकान बना ही नही रेत पर मकान बना ही नही वो शक्स मेरा बना ही नही । उस मुकदमा को जीतते कैसे, हमारे साथ कोई गवा ही नही ।। अलग रास्ते से गुजर के... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · दोहा 1 211 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read हाथों से कुछ कुछ रिसक रहा है. बाहर पानी बरस रहा है खिड़की पर कोई तरस रहा है तन्हा तन्हा रातों में हाथों से कुछ कुछ रिसक रहा है..। बातों पर जो अपनी कायम था वह कल... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल 1 186 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read पत्थर को भगवान बना देते हैं माटी के भी दाम बना लेते हैं पत्थर को भगवान बना देते हैं बाजारों में बिकने की खातिर नकली वह मुस्कान बना लेते हैं । न मुमकिन जिन कद तक... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · मुक्तक 1 210 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read कुछ कर चले ढलने से पहले सूरज इस उम्मीद मै निकलता होगा कुछ कर चले ढलने से पहले, ए दरिया नदी तेरी ना हो सकी समुद्र में मिलने से पहले, जो रास्ता मंजिल तक जाता ही... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · मुक्तक 1 231 Share कवि दीपक बवेजा 22 Oct 2023 · 1 min read हर एक मन्जर पे नजर रखते है.. हर एक मन्जर पे नजर रखते है.. हम हर खंजर की खबर रखते हैं..! इतने गम है मगर अपनो का ध्यान, रखा नही जाता, फिर भी रखते है!! है वाकिफ... Hindi · ग़ज़ल 2 148 Share कवि दीपक बवेजा 22 Oct 2023 · 1 min read जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं वह मुझसे मिलने कभी बाहर आया ही नहीं ! मेरे अंदर से होकर के गुजरे हैं कई मौसम रास्ते में रहा... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · दोहा 1 126 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read यह कौन सा शौक यह कौन सा शौक तुमने पाल रखा है इस जनता को यूं ही उबाल रखा है , ना हार तय है , ना जीत है फिर भी, बिना मतलब सिक्का... Hindi · ग़ज़ल · मुक्तक 131 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read माँ वह हमारी खातिर.., मौत से लड़ जाती है | जब जाकर हमारी, देह में प्राण लाती है | छोटी छोटी विपदा हो, दुनिया से लड़ जाती है | साहस निडरता... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक 1 166 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read सुराख पर इल्जाम गलत लगाते हैं सुराख पर इल्जाम गलत लगाते हैं डूबने वाले तो शर्म से डूब जाते हैं | उनसे कहां आता मोहब्बत का हुनर जो मोहब्बत करने में , ऊब जाते हैं |... Hindi · कविता · ग़ज़ल 211 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read अपनी खुशी को कुरबा किया जाता है कभी - कभी किसी अपने की खातिर , अपनी खुशी को कुरबा किया जाता है| क्या बताएं हम की आपको क्या क्या , दाव पर लगाकर इश्क किया जाता है... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 136 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read फूलों ने मिलने की इच्छा जारी की, फूलों ने मिलने की इच्छा जारी की, भंवरे ने भी मिलने की तैयारी की | जब से उसने दिल में आना छोड़ा है हमने भी दिल की चारदीवारी की ||... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 136 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read जब से गया है वह कोहिनूर सा जब से गया है वह कोहिनूर सा, उड़ गया है चेहरे का नूर सा ..| पहले दिखता था टमाटर जैसा , अब यह दिखता हूं खजूर सा | ✍कवि दीपक... Hindi · ग़ज़ल · मुक्तक 180 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read कई मौसमों के बाद मैं , कई मौसमों के बाद मैं , अपने लिबास में आया | लड़खड़ाते सुर मैं था , अब साज में आया | बड़ी मुश्किल से ही, जीने का हुनर आया ,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक 135 Share कवि दीपक बवेजा 30 Jan 2023 · 1 min read मेरी कलम क्यों उदास है मेरी कलम उदास क्यो है , पानी को प्यास क्यो है | सब कुछ खोकर भी पाने की आस क्यों है | प्रियवर को पाकर भी मनवा उदास क्यों है... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 58 Share कवि दीपक बवेजा 30 Jan 2023 · 1 min read सपनों को हकीकत में बदलने वाले सपनों को हकीकत में बदलने वाले , चंद सिक्के हैं बाजार में चलने वाले | कहां होते हैं सब किनारा करने वाले, बहुत मिलते हैं सिक्के उछलने वाले | प्यार... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक 202 Share कवि दीपक बवेजा 30 Jan 2023 · 1 min read यह शर्म ए हया, इश्क ,मोहब्बत कुछ तो है जहां देखने पर कुछ नहीं है. , ...............वहां कुछ तो है | यह शर्म ए हया, इश्क ,मोहब्बत ................यह कुछ तो है | अनंत नूर हो भले उसके चेहरे पर... Hindi · कविता · ग़ज़ल 162 Share कवि दीपक बवेजा 30 Jan 2023 · 1 min read कौन है जिसको बिछड़ जाने पर गिला नहीं है कौन है जिसको बिछड़ जाने पर गिला नहीं है , वह मिला तो है , हमसे लेकिन मिला नहीं है | अभी बाकी है कई पुराने जख्म हमारे सीने में,... Hindi · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 101 Share कवि दीपक बवेजा 30 Jan 2023 · 1 min read दिल मेरा किसी और से मोहब्बत करेगा नहीं तेरे अलावा ....... दिल मेरा किसी और से मोहब्बत करेगा नहीं | करेगा, करने लगा है , लेकिन करेगा नहीं | ✍कवि दीपक सरल Hindi · ग़ज़ल 63 Share कवि दीपक बवेजा 24 Jan 2023 · 1 min read जिसको छूटे हुए अब जमाना हुआ उसके घर के आगे से निकल के आना हुआ.. , फिर ना उस गली से कभी आना जाना हुआ..... | आज फिर उसकी मोहब्बत की याद आई मुझे ...., जिसको... Hindi · कविता · कुण्डलिया · कोटेशन · ग़ज़ल · शेर 130 Share