©️ दामिनी नारायण सिंह Tag: Quote Writer 41 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ©️ दामिनी नारायण सिंह 14 Jul 2025 · 1 min read आज सबसे सस्ती है जान आज सबसे सस्ती है जान अगर तुम्हें याद हो तुम्हारे वश में है क्या साँसों का आसमान ईक क्षण भी ज्यादा बिना मेरी इजाजत अभाव या प्रभाव सिंचित अभय से... Quote Writer 87 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 10 Oct 2024 · 1 min read जय माँ चंद्रघंटा जय माँ चंद्रघंटा ✨️☀️ साँसों में जय भरें ☀️ भरें पथ में राम जीवन के नव सिंधु में ऐ भारत तेरा गुणगान ©️ दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 226 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 4 Oct 2024 · 1 min read जय माँ ब्रह्मचारिणी जय माँ ब्रह्मचारिणी प्रतिमूर्ति चैतन्य की भाव समस्त भूखंड की तप विचारे लक्ष्य जब पथ आत्म अनंत की ©️ दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 176 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 4 Oct 2024 · 1 min read जय माँ ब्रह्मचारिणी जय माँ ब्रह्मचारिणी प्रतिमूर्ति चैतन्य की भाव समस्त भूखंड की तप विचारे लक्ष्य जब पथ आत्म अनंत की ©️ दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 202 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 4 Oct 2024 · 1 min read जय माँ शैलपुत्री जय माँ शैलपुत्री ☀️🙏 हृदय में भरतवंश का संचार हो ममत्व-करुणा-शौर्य चेतना का हार हो हे समस्त धरा के वंशजों माँ भगवती के आशीष तले हर सांस का उद्धार हो... Quote Writer 282 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 4 Oct 2024 · 1 min read सबसे कम सबसे कम तय अपने एकांत की असीमित चाल लिये निर्विघ्न निरपराध उस एकाकार की खींची गई परिधि के साँचे में गढ़ने की खुद को मढ़ने की और फिर एकदिन खुद... Quote Writer 1 484 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 30 Sep 2024 · 1 min read स्वयं का स्वयं पर स्वयं का स्वयं पर सर्वप्रथम विवेचना या विभिस्तका स्थान क्या नेतृत्व का चिंतन या दुविधा तय करेगा आखिर कौन लोकतंत्र या आत्ममंत्र अनुशासन हाँ अनुशासन विश्वास की नींव पर संकल्प... Quote Writer 242 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 30 Sep 2024 · 1 min read कहो उस प्रभात से उद्गम तुम्हारा जिसने रचा कहो उस प्रभात से उद्गम तुम्हारा जिसने रचा कहो उस संसार से लय तुम्हारा जिसने मढ़ा कहो उस आकाश से विस्तार जहाँ अनंत है कहो उस परमार्थ से एकांत जहाँ... Quote Writer 237 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 30 Sep 2024 · 1 min read भावों का विस्तृत आकाश और कलम की बगीया भावों का विस्तृत आकाश और कलम की बगीया स्याही सिंचे शनै-शनै गंतव्य मिले जब पहिया ©️ दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 219 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 30 Sep 2024 · 1 min read कौन कहाँ कब कौन कहाँ कब अधिग्रहित करेगा अपने हिस्से का आँचल किसका होगा गर्भ कौन बनेगा दर्प कहते हैं तय में पुर्वजन्म का कर्तव्य आत्माओं का साम्राज्य सभ्यता का गढ़ आर्यभट्ट का... Quote Writer 455 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 20 Sep 2024 · 1 min read आत्मशुद्धि या आत्मशक्ति आत्मशुद्धि या आत्मशक्ति याद है वो रिक्तियाँ जिसे भरा करती थी दादियाँ विरासत में परदादियाँ कंठस्थ सारी विभक्तियाँ प्राण लिये सिद्धियाँ लब पे सारे भुगोल इतिहास और स्थितियाँ अनुभव जैसे... Quote Writer 395 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 18 Sep 2024 · 1 min read आगमन उस परलोक से भी आगमन उस परलोक से भी कहते हैं जहाँ रहती है मुक्ति आती है वापस अपनो से मिलने चाहत संजोये कैसा है बाग कैसे हैं पौधे विरासत की भोर पल्लवित चहुंओर... Quote Writer 248 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 17 Sep 2024 · 1 min read होश संभालता अकेला प्राण होश संभालता अकेला प्राण जब मिलता है सांसों की श्रृंखला से बुनता है विशाल परिधि के मध्य स्वयं में एक क्रम रचता है जीवन-मित्र-प्रांगन-आंगन मन कहता वरण प्रकृति से अपने... Quote Writer 252 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 16 Sep 2024 · 1 min read भावों का भोर जब मिलता है अक्षरों के मेल से भावों का भोर जब मिलता है अक्षरों के मेल से गढ़ता है पन्नों में खाली पड़े अंतराल को समय का वेग जहाँ इंतजार लिये कतार में निर्विघ्न पुछता है वर्तमान... Quote Writer 259 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 16 Aug 2024 · 1 min read हल्की बातों से आँखों का भर जाना हल्की बातों से आँखों का भर जाना जाहिर है चोट दिल पे बहुत गहरी लगी होगी ©️ दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 191 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 16 Aug 2024 · 1 min read धुप सी शक्ल में वो बारिश की बुंदें धुप सी शक्ल में वो बारिश की बुंदें नहलाती हैं वादियाँ जो तुमको खबर हो ©️ दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 211 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 16 Aug 2024 · 1 min read ये जिंदगी गुलाल सी तुमसे मिले जो साज में ये जिंदगी गुलाल सी तुमसे मिले जो साज में कह उठो धरा से तुम सांस जो आकाश में बह रही हवा के संग सिंचती संगीत वो तुम जो रुक गये... Quote Writer 250 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 11 Aug 2024 · 1 min read जिस सफर पर तुमको था इतना गुमां जिस सफर पर तुमको था इतना गुमां उसके हिस्से भी आये तय समय के निशां ©️ दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 258 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 11 Aug 2024 · 1 min read ये मौन है तेरा या दस्तक है तुफान से पहले का ये मौन है तेरा या दस्तक है तुफान से पहले का गुम बहुत गुम है आज आसमान तेरा ©️ दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 209 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 11 Aug 2024 · 1 min read 10/20 कम हैं क्या 10/20 कम हैं क्या जो नहीं भी तो गम है क्या चलिये खुद के लिये खुद के तरीके से मन के सुकून के आगे और कुछ अहम है क्या...🧡 ©️... Quote Writer 238 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 8 Aug 2024 · 1 min read भारत का सामार्थ्य जब भी हारा भारत का सामार्थ्य जब भी हारा वजह दुश्मनों का बल नहीं अपनों का छल रहा कह रहा "भोर और भारत" ©️ दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 257 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 8 Aug 2024 · 1 min read होती है होती है हौसले को कोशिश को सीझ कर पकते हुनर को कब तब जब जान लगा देता है कोई लक्ष्य के अस्तित्व की खातिर जिंदा निर्विघ्न स्वाभिमान की खातिर संकल्प... Quote Writer 246 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 1 Aug 2024 · 1 min read पुछ रहा भीतर का अंतर्द्वंद पुछ रहा भीतर का अंतर्द्वंद क्या उस पलाश में नहीं जो भर देता है बीहड़ में रंग या फिर बारिश के उस तेज बहाव में बहते अपनी जड़ो को छोड़... Quote Writer 204 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 30 Jul 2024 · 1 min read रोशनी चुभने लगे रोशनी चुभने लगे समझ लो अंधेरा ताक में है ©️_दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 233 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 30 Jul 2024 · 1 min read काश इतनी शिद्दत से कुछ और चाहा होता काश इतनी शिद्दत से कुछ और चाहा होता अगर पता होता खुदा तुम दे दोगे ©️_दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 287 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 30 Jul 2024 · 1 min read भिंगती बरसात में युँ ही बेचारी रात भिंगती बरसात में युँ ही बेचारी रात आखिर वो संभाले कैसे सुबह की सौगात ©️_दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 238 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 26 Jul 2024 · 1 min read जब जब मांगेगी धरती जब जब मांगेगी धरती कफन बन सज जाउंगा भारतभूमि तुं आराध्य मेरी तेरे चरणों में झुक जाउंगा ©️_दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 208 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 24 Jul 2024 · 1 min read शहर तुम्हारा है तुम खुश क्यूँ नहीं हो शहर तुम्हारा है तुम खुश क्यूँ नहीं हो कोख है तुम्हारी फक्र होना चाहिये ©️_दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 1 225 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 23 Jul 2024 · 1 min read शहर तुम्हारा है तुम खुश क्यूँ नहीं हो शहर तुम्हारा है तुम खुश क्यूँ नहीं हो ✨️ कोख है तुम्हारी फक्र तो होना चाहिये ©️_दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 1 305 Share ©️ दामिनी नारायण सिंह 23 Jul 2024 · 1 min read अंदाजा था तुम्हें हमारी हद का अंदाजा था तुम्हें हमारी हद का ✨️ बस इसलिये जी गये तुम ©_ दामिनी नारायण सिंह Quote Writer 1 223 Share Page 1 Next