©️ दामिनी नारायण सिंह Tag: Poem 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid ©️ दामिनी नारायण सिंह 15 Jul 2025 · 1 min read सावन और सोमवार देखी थी सुबह हाँ वही भोर की पहली आहट धुंधला आकाश✨️प्रवाहित आस🌧नीला अंबर जैसे पास और अचानक स्वर्णिम होता आकाश गगन तक छुती सीढ़ियां🌳अंत भी है या बस आभास रिमझीम... DaminiNarayanSinghQuotes · Poem 67 Share