©️ दामिनी नारायण सिंह Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid ©️ दामिनी नारायण सिंह 24 Jun 2021 · 1 min read "चोट छोटी भी हो" चोट छोटी भी हो; दिल पे लगती है पर ये भी सच है; बिन ठोकर बस्तियां कहाँ बचती है ? सिर्फ रोशनी हो तो रह जाता है सब भीतर ही;... Hindi · मुक्तक 1 281 Share