CM Sharma 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid CM Sharma 7 Apr 2018 · 1 min read छोटा मेरा आशियाँ… छोटा मेरा आशियाँ… बेटी..तुझमें मेरा जहां… आँखों में तेरी मैं देखूं… तारों भरा आसमाँ…. शोर पवन में सन्न सन्न सन्न सन्न…. पायल तेरी ज्यूं छन् छन्… चहके बुलबुल कूके कोयल…... Hindi · कविता 3 2 323 Share CM Sharma 26 Mar 2018 · 1 min read ऐतबार.... है ऐतबार तेरे आने के वादे पे हमको.... ........................के जीये जा रहें हैं हम.... वरना ज़िन्दगी को रुखसत किये तो.... ..............................एक अर्सा हो गया.... Hindi · मुक्तक 1 1 294 Share CM Sharma 28 Oct 2017 · 1 min read नज़्म – तुम ही बोलो… आज फिर तुमने, दिल मेरे पे, दस्तक दी है.... मेरे बालों में, तेरी उँगलियों ने, हरकत की है... एक सिहरन सी, बदन मेरे में, लहराई है...... ठहरे पानी में हलचल... Hindi · कविता 1 1 846 Share CM Sharma 9 Oct 2017 · 1 min read प्रेम मोल.... II छंद - उल्लाला II कान्हा नयन बह रहे, सुदामा चरण धुल रहे I निर्मल छवि ये देख के,सब लोक धन्य हो रहे II प्रेम मोल अनमोल है, जो प्रेम... Hindi · कविता 1 1 818 Share CM Sharma 16 Sep 2017 · 1 min read "चौका"...भ्रमजाल... II जापानी विधा "चौका" II मन का भ्रम संबंधों में दरार दंब प्रहार छिन्न भिन्न संसार फैसला हुआ अपने पराये का तेरा ओ मेरा खून भी बंट गया अंध विश्वास... Hindi · कविता 2 2 506 Share CM Sharma 11 Sep 2017 · 1 min read रिमझिम बारिश.... दुनिया के पहरे से डरती रहती है... दिल आँगन में सबसे छिप के मिलती है.... दिल में तेरे जो है वो बतला दे ना.... शाम सवेरे यूं ही रूठी रहती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 616 Share CM Sharma 8 Sep 2017 · 1 min read त्रिवेणी... (१) रुको, देखो, चलो... जीवन तुम्हारा है.. अपनों को बेसहारा न करो. (२) धर्म, जात, ताज... कोई कीमत नहीं तुम बिन.. इंसान हो तुम ! (३) बजुर्गों की लाठी... धरोहर... Hindi · कविता 1 2 367 Share CM Sharma 7 Sep 2017 · 1 min read कवि महोदय..... पढ़ पढ़ के कविताएं हमपे भी कवि बनने का जूनून सवार हो गया.... हम इस से भी बढ़िया लिख सकते हैं दिमाग पे यह भूत सवार हो गया... इस शान... Hindi · कविता 1 1 520 Share CM Sharma 4 Sep 2017 · 1 min read मिलने का टाइम.... एक हसीना ने थप्पड़ रसीद कर दिया जब... पुछा जो दोस्त से के क्या हुआ ये सब..... गाल पे थप्पड़ पाँचों उँगलियों के हैं निशाँ.... क्या कर दिया जुलम तुम्हारी... Hindi · कविता 601 Share CM Sharma 17 Mar 2017 · 1 min read निशाँ ढूंढते हैं..... लोग मेरी ज़िन्दगी का निगेहबाँ ढूंढते हैं... अफसानों में मेरे इश्क़ का जहॉं ढूंढते हैं... दो पहर रात बाकी है सूली को अभी से.... गिरह लगाने को गर्दन पे निशाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 620 Share CM Sharma 7 Mar 2017 · 1 min read तमाशा….. तालियों की गड़गड़ाहट हो रही थी… सब खड़े हो के ताली बजा रहे थे… जैसे दुनिया में तमाशा… चपल उँगलियों में नाचती… कठपुतलियों का पहली बार देखा हो… कितने अनजान... Hindi · कविता 673 Share CM Sharma 3 Mar 2017 · 1 min read छन्न पकैया ...... छन्न पकैया छन्न पकैया, बसंत राजा आये... बगिया में फूल खिले हैं, भँवरे भी मंडराएं... छन्न पकैया छन्न पकैया,अपनी दिल की बोली.. नासमझा कूंएं में जा, जो समझा हमजोली... \... Hindi · कविता 407 Share CM Sharma 28 Feb 2017 · 1 min read गधों का मता..... यह राजनीति भी कैसी राजनीति है.... बिना सर पैर सरपट भागती है.... मुद्दे सब पीछे छूट जाते हैं... जनता भौचक्की ताकती रह जाती है.... इलेक्शन आते ही नेताओं के ज्ञान... Hindi · कविता 484 Share CM Sharma 27 Feb 2017 · 1 min read क्यूँ रंग बिखरा देख दिल सफाई देता है... धुंआ धुंआ सा ये शहर दिखाई देता है..... हरेक शख्स ही जिस्म की दुहाई देता है...... हरेक बात में चर्चा था मेरे इश्क़ का यहाँ.... क्यूँ आज गुमसुम मौसम दिखाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 453 Share CM Sharma 14 Feb 2017 · 1 min read सबसे बड़े दानी.... सितारे उसकी मांग में आ सजे थे सारे... नूरे माहताब की बलाएं ले रही थी बहारें... खनकती कलाइयों के जो हार गले आ लगे... दिल रोया बहुत बेटी जाती देख... Hindi · मुक्तक 358 Share CM Sharma 7 Feb 2017 · 1 min read ज़ख्म मेरे तू मुझे आज दिखाता क्या है.... ज़ख्म मेरे तू मुझे आज दिखाता क्या है.... दास्ताँ मेरी मुझे ही तू सुनाता क्या है... ख्वाब में आके सताना तो ठीक था लेकिन... ज़िन्दगी मेरी में आकर तू रुलाता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 629 Share CM Sharma 3 Feb 2017 · 2 min read मुर्दे की पहचान…. ज़िंदा रहा होगा इंसान कभी… जिसकी लाश काँधे पे उठा शमशान जा रहे थे सभी… घर वाले…रिश्तेदार…दोस्त…साथ थे सभी…. उनमें से किसी के साथ… मरने वाले का बचपन से ही... Hindi · कविता 1 918 Share CM Sharma 1 Feb 2017 · 1 min read हे सरस्वती माँ मेरी..... हे सरस्वती करुणामयी अनुकंपा करो माँ मेरी.... ओज भरी मधुर हो वाणी सरस हो मेरी लेखनी.... ओज भरी मधुर हो वाणी सरस हो मेरी लेखनी.... हे सरस्वती करुणामयी अनुकंपा करो... Hindi · कविता 592 Share CM Sharma 31 Jan 2017 · 1 min read अभिनय....... बचपन में परियों की कहानी सुनते थे... जब भी बच्चे को सुलाते थे... बोलते थे की सो जा .... सपने में परी देश से परी आएगी... सुन्दर सुन्दर खिलोने लाएगी...... Hindi · कविता 564 Share CM Sharma 27 Jan 2017 · 1 min read मेरी ज़िन्दगी पे जैसे बहार छा रही है.... मेरी ज़िन्दगी पे जैसे बहार छा रही है.... रूह मेरी में वो आके अपना हक़ जमा रही है... पलकों के मेरे आंसू अब उसके हो रहे हैं... बन मोतियों की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 363 Share CM Sharma 26 Jan 2017 · 1 min read वंदे मातरम .... हो हरियाली,शान्ति,खुशहाली का संगम हर ओर… हर मन नाचे, झूमें, गाये हो भाव विभोर.. जन,गन,मन की लय पे बच्चा,बूढा और किशोर.. वंदे मातरम से ध्वनित हो नभ,जल, भू का हर... Hindi · मुक्तक 1 636 Share CM Sharma 25 Jan 2017 · 1 min read भोर की किरण...... बीत गया जो उसे बीत जाने दे.... दिल दुखाये जो बात उसे भूल जाने दे.... नफरत हटा प्यार को बिखरने दे ज़रा... फिर दिल से दिल का दीप जल जाने... Hindi · मुक्तक 559 Share CM Sharma 23 Jan 2017 · 1 min read तस्वीर…. तस्वीर बनायी है इक मैंने... कुछ आढी तिरछी रेखाओं से... उलझी सी ज़ुल्फें उसकी... सुलझाने की कोशिश में... हाथ बढ़ाया मैंने... की रंग से भरने लगे... तकदीर में उसकी... उलझी... Hindi · कविता 353 Share CM Sharma 17 Jan 2017 · 1 min read दर्द.... मैं सरिता कल कल करती...मेरी पीड न जाने कोई... जो भी आता मैल ही धोता...बिन पूछे मुझे हर कोई ! समय के साथ बहती मैं हर पल....जाने है हर कोई....... Hindi · कविता 501 Share CM Sharma 16 Jan 2017 · 1 min read भारत माँ की शान हो तुम... ...बेटियां..... बेटी आँगन का फूल हो तुम... जीवन स्वर में संगीत हो तुम... मेरी आँखों में ज्योति हो तुम... साँसों में प्राण मेरे हो तुम... तुम से घर में उजियारा है....... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share CM Sharma 13 Jan 2017 · 1 min read हर बात तुम्हारी अच्छी है मैं तुम से बेहतर लिखता हूँ.. पर भाव तुम्हारे अच्छे हैं मैं तुमसे बेहतर दिखता हूँ पर अदा तुम्हारी अच्छी है मैं तुमसे बेहतर गाता हूँ पर धुन तुम्हारी अच्छी... Hindi · कविता 1 1k Share