Chandrakant Sahu Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Chandrakant Sahu 5 May 2024 · 1 min read जज़्बात-ए-कलम मैं जज़्बात-ए-कलम हूँ,मैं जज़्बात-ए-कलम हूँ, मैं किसानों के माथे का पसीना हूँ जो , बेशकीमती होकर भी बेकदर है, मैं दीवाल की वो ईंट हूँ जो सोचता है , कि... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 1 42 Share