चेतन घणावत स.मा. 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid चेतन घणावत स.मा. 29 Dec 2024 · 1 min read और दिसंबर आ गया जाने कितनों के अपने,कितनों के सपने ये साल खा गया, अभी कल ही तो जनवरी गुजरी थी और दिसंबर आ गया। हर सुबह इक नया ख़्वाब लेकर उठा होगा कोई... Hindi · कविता 1 24 Share चेतन घणावत स.मा. 29 Dec 2024 · 1 min read मेरी प्रतिभा जब तुम पास आती हो, हवा में गूँजता है कोई मधुर राग, तुम्हारे बालों की महक से, जाग उठता है मेरे भीतर का हर आग। तुम्हारी उँगलियों का कोमल स्पर्श,... Hindi · कविता 1 26 Share चेतन घणावत स.मा. 28 Dec 2024 · 1 min read इश्क़ में वो हम पर कैसी तोहमते लगा रहा है, इश्क़ में वो हम पर कैसी तोहमते लगा रहा है, उन्हें मालूम क्या कोई, कैसे तन्हा रातें जगा रहा है। Quote Writer 1 21 Share चेतन घणावत स.मा. 28 Dec 2024 · 1 min read नींद आंखों में जमी रही, जाने कितने पहर गए नींद आंखों में जमी रही, जाने कितने पहर गए कुछ लोग यही ठहरे रहे, लोग यही से शहर गए। Quote Writer 1 19 Share