VINOD CHAUHAN Tag: ग़ज़ल/गीतिका 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid VINOD CHAUHAN 13 Jul 2022 · 1 min read गजल क्या लिखूँ कोई तराना नहीं है गजल क्या लिखूँ कोई तराना नहीं है मेरी जिंदगी का अफसाना यही है गजल क्या लिखूँ............... हमसफर बहुत हुए हैं इस रहगुजर के सफर आज लेकिन सुहाना नहीं है गजल... Hindi · V9द चौहान · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 473 Share VINOD CHAUHAN 28 Jun 2022 · 1 min read मैं आखिरी सफर पे हूँ हँस कर विदा कर मैं आखिरी सफर पे हूँ चल अलविदा कर मैं आखिरी सफर पे हूँ हँस कर विदा कर............... मै इंतजार करता रहा हूँ तेरे आ जाने का... Hindi · V9द चौहान · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 194 Share VINOD CHAUHAN 8 Jun 2022 · 1 min read उसकी मासूमियत उसकी मासूमियत पे हम दिल गंवा बैठे हैं जिंदगी की फिक्र नहीं हम जाँ लूटा बैठे हैं उसकी मासूमियत पे........... रोज होता है दीदार उनका मगर फिर देखो न जाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 611 Share VINOD CHAUHAN 1 Jun 2022 · 1 min read चलो दूर चलें इस जमाने की रूसवाईयो से चलो दूर चलें दिल की मायूस तन्हाईयों से चलो दूर चलें लोग तकते हैं हमें बेगैरत निगाहों से हरदम क्यों रहें इनकी परछाईयों से चलो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 266 Share VINOD CHAUHAN 31 May 2022 · 1 min read कहो अब और क्या चाहें कहो अब और क्या चाहें तेरे सिवा हम क्यों किसी और को चाहें तेरे सिवा हम कहो अब और क्या चाहें............... तेरा साथ है तो हैं ये खुशियाँ जहाँ की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 280 Share VINOD CHAUHAN 27 May 2022 · 1 min read रूसवा है मुझसे जिंदगी रूसवा है मुझसे जिंदगी खफा है ये जहाँ बतला दे कोई आके अब जाएंं भला कहॉ रूसवा है........... वो ना मिले थी दिल को जुस्तजू जिनकी मुस्कुराके एक बार वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 215 Share VINOD CHAUHAN 23 May 2022 · 1 min read खंडहर हुई यादें खंडहर हुई यादें अब मैं क्या करूं बेअसर हुई फरियादें मैं क्या करूं कहां जाऊं और किसको पुकारुं जिंदा रहूं मैं या कहीं पर जा मरूं जिंदा रहूं............. लोग कहते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 423 Share VINOD CHAUHAN 5 Apr 2022 · 1 min read मेरी जिंदगी के राजदार हमराज तुम्ही हो मैं शब्द हूं सच्च है मगर आवाज तुम्ही हो मेरी जिंदगी के राजदार,हमराज तुम्ही हो मैं कुछ नहीं हूं बिन तेरे मेरी जिंदगी तुझसे मैं सुर हूं किसी गीत का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 148 Share VINOD CHAUHAN 4 Apr 2022 · 1 min read हम जार जार रो लिए हासिल हुआ कुछ भी नहीं हम बेशुमार रो लिए हासिल हुआ कुछ भी नहीं हम जार-जार रो लिए वे चल दिए मुंह मोड़ कर हमको तड़पता छोड़ कर बहुत बेकरार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 158 Share