Tag: ग़ज़ल/गीतिका
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गजल क्या लिखूँ कोई तराना नहीं है
VINOD CHAUHAN
मैं आखिरी सफर पे हूँ
VINOD CHAUHAN
उसकी मासूमियत
VINOD CHAUHAN
चलो दूर चलें
VINOD CHAUHAN
कहो अब और क्या चाहें
VINOD CHAUHAN
रूसवा है मुझसे जिंदगी
VINOD CHAUHAN
खंडहर हुई यादें
VINOD CHAUHAN
मेरी जिंदगी के राजदार हमराज तुम्ही हो
VINOD CHAUHAN
हम जार जार रो लिए
VINOD CHAUHAN