VINOD CHAUHAN Tag: Quote Writer 139 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid VINOD CHAUHAN 9 Nov 2024 · 1 min read A piece of land can make a person the straw of everyone's ey A piece of land can make a person the straw of everyone's eyes. Quote Writer 1 29 Share VINOD CHAUHAN 20 Oct 2024 · 1 min read मैने देखा नहीं है कोई चाँद मैने देखा नहीं है कोई चाँद तेरे जैसा कहीं लिया मैंने खुदा से मांग नहीं है तेरे जैसा कहीं Quote Writer 1 44 Share VINOD CHAUHAN 19 Oct 2024 · 1 min read इतने भी नासमझ ना समझो हमको इतने भी नासमझ ना समझो हमको बहुत समझते हैं गुस्ताखियाँ तुम्हारी Quote Writer 1 37 Share VINOD CHAUHAN 17 Oct 2024 · 1 min read My luck is like sand My luck is like sand Whenever It comes in hand It slips down Quote Writer 1 45 Share VINOD CHAUHAN 16 Oct 2024 · 1 min read कौन कहता है कि आसमां झुकता नहीं है कौन कहता है कि आसमां झुकता नहीं है सिर उठाकर तो देख वो है कि भी नहीं है क्यों अपने वजूद को ढूंढता फिर रहा है तूँ खुद में झांक... Quote Writer 1 33 Share VINOD CHAUHAN 16 Oct 2024 · 1 min read न मंजिल है कोई न कोई डगर न मंजिल है कोई न कोई डगर सफर पे हूँ मैं बेसफर हूँ मगर Quote Writer 1 28 Share VINOD CHAUHAN 2 Oct 2024 · 1 min read मैं बेवजह ही मायूस रहता हूँ अपने मुकद्दर से मैं बेवजह ही मायूस रहता हूँ अपने मुकद्दर से खुदा ने वही तो दिया जिसके मुझे काबिल समझा मेरी जगह किसी और को दिया होता दर्द इतना तो शायद आज... Quote Writer 1 55 Share VINOD CHAUHAN 2 Oct 2024 · 1 min read गर्त में था तो सांत्वना थी सहानुभूति थी अपनो की गर्त में था तो सांत्वना थी सहानुभूति थी अपनो की मन में गुबार था कि सभी साथ हैं मेरे जरा सी उबरने की कोशिश की तो आज मंजर ये है... Quote Writer 1 51 Share VINOD CHAUHAN 30 Sep 2024 · 1 min read बहुत अरमान लिए अब तलक मैं बस यूँ ही जिया बहुत अरमान लिए अब तलक मैं बस यूँ ही जिया मैं टूट जाऊँ बिखर जाऊँ मुकद्दर ने दगा मुझसे किया मैं लगा रहा सबको खुश रखने की कोशिशों में मगर... Quote Writer 1 42 Share VINOD CHAUHAN 29 Sep 2024 · 1 min read खुदा तो रुठा था मगर खुदा तो रुठा था मगर बंदों से उम्मीद बरकरार थी वक्त बदलते-बदलते बंदों ने भी खुदा की बात को ही तवज्जो दी Quote Writer 1 42 Share VINOD CHAUHAN 28 Sep 2024 · 1 min read डूबते जहाज में था तो डूबते जहाज में था तो सबके लिए अच्छा था सहारा तिनके का मिला तो खुदा भी रूठ गया Quote Writer 1 42 Share VINOD CHAUHAN 28 Sep 2024 · 1 min read बहुत गुनहगार हैं हम नजरों में बहुत गुनहगार हैं हम नजरों में खुदा और खुदा के बंदों की कुछ भी करते हैं तो नागवार लगता है सबको Quote Writer 1 58 Share VINOD CHAUHAN 27 Sep 2024 · 1 min read ख्वाब टूट जाते हैं ख्वाब टूट जाते हैं और सपने बिखर जाते हैं दिल तोड़ने वाले बस देख देखकर मुस्कुराते हैं Quote Writer 1 45 Share VINOD CHAUHAN 27 Sep 2024 · 1 min read खुद गुम हो गया हूँ मैं तुम्हे ढूँढते-ढूँढते खुद गुम हो गया हूँ मैं तुम्हे ढूँढते-ढूँढते मिलते ही नहीं तुम तो खुदा हो गए हो Quote Writer 1 49 Share VINOD CHAUHAN 23 Sep 2024 · 1 min read जिन्दगी थक जाएगी तूँ भी जिन्दगी थक जाएगी तूँ भी इम्तिहान लेते लेते मगर मैं इम्तिहान देकर कभी परिणामों की परवाह नहीं करता Quote Writer 1 49 Share VINOD CHAUHAN 23 Sep 2024 · 1 min read नहीं डरता हूँ मैं नहीं डरता हूँ मैं जमाने की दुश्वारियों से कभी ज़िल्लत जो अपनों से मिले तो क्या करूं आखिर Quote Writer 1 54 Share VINOD CHAUHAN 23 Sep 2024 · 1 min read बहुत पढ़ी थी जिंदगी में बहुत पढ़ी थी जिंदगी में हमनें किताबें मगर एक फ़लसफ़ा रह गया था वह जिंदगी ने खुद पढ़ा दिया Quote Writer 1 39 Share VINOD CHAUHAN 23 Sep 2024 · 1 min read तमन्ना पाल रखी थी सबको खुश रखने की तमन्ना पाल रखी थी सबको खुश रखने की तमन्ना तमन्ना है हकीकत हकीकत आज समझा Quote Writer 1 57 Share VINOD CHAUHAN 23 Sep 2024 · 1 min read अपनी हद में ही रहो तो बेहतर है मन मेरे अपनी हद में ही रहो तो बेहतर है मन मेरे आईना लेकर फिरते हैं औकात दिखाने वाले Quote Writer 1 41 Share VINOD CHAUHAN 23 Sep 2024 · 1 min read सफर पर चला था इस भ्रम में कि सभी साथ होंगे वक्त बेवक्त मेरे सफर पर चला था इस भ्रम में कि सभी साथ होंगे वक्त बेवक्त मेरे मंजिल के करीब मुड़ के देखा तो महसूस हुआ मैने ख्वाब संजोया था Quote Writer 1 40 Share VINOD CHAUHAN 1 Sep 2024 · 1 min read खतावर हूँ तो मेरी खता ही बता दे खतावर हूँ तो मेरी खता ही बता दे वरना आज मोहब्बत ही जता दे बहुत चुभती है ये चेहरे की शिकन तुम्हारी करार मिल जाए हमको जरा सा मुस्करा दे Quote Writer 1 67 Share VINOD CHAUHAN 1 Sep 2024 · 1 min read एक हम हैं कि ख्वाहिशें,चाहतें एक हम हैं कि ख्वाहिशें,चाहतें कम नहीं होती हैं कभी एक वो हैं बड़े सुकून से रहते हैं तिनकों के घरोंदों में अपने Quote Writer 1 47 Share VINOD CHAUHAN 1 Sep 2024 · 1 min read मैं उम्मीद ही नहीं रखता हूँ मैं उम्मीद ही नहीं रखता हूँ किसी से भी कोई क्योंकि भाग्य, खुदा और लोगों ने बहुत तराशा है मुझको Quote Writer 1 100 Share VINOD CHAUHAN 31 Aug 2024 · 1 min read ये अमावस की रात तो गुजर जाएगी ये अमावस की रात तो गुजर जाएगी बस कुछ ही पल में तूँ हर रात को पूर्णिमा की रात की उम्मीद ना रख Quote Writer 1 60 Share VINOD CHAUHAN 31 Aug 2024 · 1 min read इस दौलत इस शोहरत से सुकून इस दौलत इस शोहरत से सुकून नहीं मिलता हरदम यूँ ही नहीं सम्राट फकीरों की कुटिया में सिर झुकाया करते Quote Writer 1 86 Share VINOD CHAUHAN 24 Aug 2024 · 1 min read लोग समझते थे यही लोग समझते थे यही मैं तुफानों से डर जाऊँगा वो मेरे हौंसले से वाकिफ ही नहीं कौन बतलाए उनको मेरी फितरत ऐसी भी नहीं मैने उम्र भर जलजलों से खेल... Quote Writer 1 63 Share VINOD CHAUHAN 24 Aug 2024 · 1 min read भाग्य की लकीरों में क्या रखा है भाग्य की लकीरों में क्या रखा है हाथ अपने उठा कर तो देख झोली ना फैला उम्मीद ना रख कभी खुदा से ना खुदा के बंदों से मंजिल मिलेगी क्यों... Quote Writer 1 57 Share VINOD CHAUHAN 24 Aug 2024 · 1 min read लोग कहते रहे लोग कहते रहे और मैं सुनता रहा आज मैं जो करने बैठा हूँ लोग मेरी औकात आंकते हैं Quote Writer 1 52 Share VINOD CHAUHAN 23 Aug 2024 · 1 min read मैं मजहबी नहीं मैं मजहबी नहीं मुझको क्या सिखाओगे इंसानियत रखता हूँ मैं तुम क्या पढ़ाओगे Quote Writer 1 51 Share VINOD CHAUHAN 23 Aug 2024 · 1 min read जटिलताओं के आगे झुकना जटिलताओं के आगे झुकना कठिन रास्तों को देख रुकना न गवारा है दिल को न मंजूर है हमको Quote Writer 1 64 Share VINOD CHAUHAN 9 Jul 2024 · 1 min read बहुत हुए इम्तिहान मेरे बहुत हुए इम्तिहान मेरे कुछ तो इनको विराम दे खुदा भला ये भी कोई काम है अब तो कोई और काम दे खुदा Quote Writer 1 111 Share VINOD CHAUHAN 16 Jun 2024 · 1 min read समझ ना पाया अरमान पिता के कद्र न की जज़्बातों की समझ ना पाया अरमान पिता के कद्र न की जज़्बातों की वो बेटा क्या जाने उसकी नींद कहाँ गई रातों की बेटे को कोई फिक्र नहीं है पिता कहाँ रहता... Quote Writer 3 151 Share VINOD CHAUHAN 15 Jun 2024 · 1 min read वो कहते हैं कहाँ रहोगे वो कहते हैं कहाँ रहोगे इतने बड़े जहाँ में मैं कहता हूँ इतना बड़ा जहाँ है तो फिक्र कैसी Quote Writer 3 97 Share VINOD CHAUHAN 15 Jun 2024 · 1 min read ये दौलत ये नफरत ये मोहब्बत हो गई ये दौलत ये नफरत ये मोहब्बत हो गई खुदा से बढ़कर खुदा की इबादत को भूला बैठे हैं हकीकत में सभी Quote Writer 2 109 Share VINOD CHAUHAN 15 Jun 2024 · 1 min read चंद सवालात हैं खुद से दिन-रात करता हूँ चंद सवालात हैं खुद से दिन-रात करता हूँ मैं चुप रहकर भी दीवारों से बात करता हूँ Quote Writer 1 98 Share VINOD CHAUHAN 9 Jun 2024 · 1 min read दीप जगमगा रहे थे दिवाली के दीप जगमगा रहे थे दिवाली के शायद शायद हँस रहे थे सभी मेरी कंगाली पे Quote Writer 2 72 Share VINOD CHAUHAN 5 Jun 2024 · 1 min read जिंदगी हर रोज जिंदगी हर रोज एक नई तारीख दे जाती हैं जाते हैं सुबह तारीख पर तो फिर से तारीख पे तारीख दिए जाती है Quote Writer 5 123 Share VINOD CHAUHAN 5 Jun 2024 · 1 min read पेड़ों की छाया और बुजुर्गों का साया पेड़ों की छाया और बुजुर्गों का साया बहुत सी विपदाओं से बचाते हैं हमें Quote Writer 2 158 Share VINOD CHAUHAN 3 Jun 2024 · 1 min read मत कुचलना इन पौधों को मत कुचलना इन पौधों को किसी की जान हैं ये किसी का हर्ष किसी की हँसी किसी का गुमान हैं ये पौधे < बच्चे Quote Writer 2 99 Share VINOD CHAUHAN 3 Jun 2024 · 1 min read इन दरख्तों को ना उखाड़ो इन दरख्तों को ना उखाड़ो ये तुमको छाया देंगे जिंदा रहेंगे तभी तो ये प्राणदायिनी हवा देंगे दरख्त < बुजुर्ग Quote Writer 3 87 Share VINOD CHAUHAN 3 Jun 2024 · 1 min read आज बुजुर्ग चुप हैं आज बुजुर्ग चुप हैं उनकी सुनता कौन है इसीलिए उनकी जुबां भी मौन है उनकी आत्मा भी मौन है Quote Writer 1 131 Share VINOD CHAUHAN 3 Jun 2024 · 1 min read मैं जैसा हूँ लोग मुझे वैसा रहने नहीं देते मैं जैसा हूँ लोग मुझे वैसा रहने नहीं देते और लोगों के जैसा मुझे बनना नहीं है Quote Writer 3 153 Share VINOD CHAUHAN 1 Jun 2024 · 1 min read तू ना मिली तो हमने तू ना मिली तो हमने तेरा इंतजार ही छोड़ दिया मर तो नहीं जाएंगे हम तुझसे सरोकार भी छोड़ दिया ये ना सोच कि तुझ बिन दो वक्त की रोटी... Quote Writer 1 92 Share VINOD CHAUHAN 31 May 2024 · 1 min read दो वक्त की रोटी नसीब हो जाए दो वक्त की रोटी नसीब हो जाए यही बहुत है जिंदगी जीने के लिए ये दौलतें ये शोहरतें ये महफिले है तेरी सुकून देंगी नहीं सदा तुझे जीने के लिए Quote Writer 2 79 Share VINOD CHAUHAN 31 May 2024 · 1 min read बहुत खुश था बहुत खुश था औलाद को कामयाब बना कर वह बुजुर्ग बहुत रोया वह जब उसे छोड़कर बेटा शहर को निकला Quote Writer 1 90 Share VINOD CHAUHAN 31 May 2024 · 1 min read अंजान बनते हैं वो यूँ जानबूझकर अंजान बनते हैं वो यूँ जानबूझकर जैसे उनको कुछ पता ही नहीं दिल जलाते हैं वो हाल पूछ-पूछ कर जैसे उनकी कोई खता ही नहीं Quote Writer 1 93 Share VINOD CHAUHAN 30 May 2024 · 1 min read काबिल बने जो गाँव में काबिल बने जो गाँव में वो शहर के हो गए हैं सच ही कहा है किसी ने वो भीड़ में खो गए हैं Quote Writer 3 102 Share VINOD CHAUHAN 30 May 2024 · 1 min read वो जो आए दुरुस्त आए वो जो आए दुरुस्त आए मेरे जनाजे पे आए कोई कह दो उनको शुक्रिया बहुत तकाजे से आए Quote Writer 1 83 Share VINOD CHAUHAN 30 May 2024 · 1 min read मुझे मालूम हैं ये रिश्तों की लकीरें मुझे मालूम हैं ये रिश्तों की लकीरें बहुत बढ़ चुकी हैं और दिखाई भी नहीं देती Quote Writer 1 112 Share VINOD CHAUHAN 30 May 2024 · 1 min read बहुत झुका हूँ मैं बहुत झुका हूँ मैं रिश्तों को संभालते संभालते लोग थकते ही नहीं है नुक्श निकलते निकलते Quote Writer 97 Share Page 1 Next