Baldev Chauhan Language: Hindi 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Baldev Chauhan 18 May 2024 · 1 min read माफ सिया कर दिए गुनहगार हूं माफ सिया कर दिए गुनहगार हूं पांव तेरे मैं पडूं खतावार हूं ब्याह किया था मैंने धनवा तोड़कर संग में आई तू सब कुछ छोड़कर तुम हो असली फूल मैं... Poetry Writing Challenge-3 54 Share Baldev Chauhan 18 May 2024 · 1 min read मेरी फूट गई तकदीर मेरी फूट गई तकदीर अब ना कोई बंधावे धीर रो-रो जिंदगी ने खोऊं मैं रोऊं करतार नहीं कोई पाप किया नहीं कोई दोष है नहीं कोई गलती करी सिया निर्दोष... Poetry Writing Challenge-3 37 Share Baldev Chauhan 18 May 2024 · 1 min read सुन सुन कर बोल सुन सुन कर बोल मैं समझ गई कोई घोर विपत्ति आई है जिसको तू भाई समझ रहा वह भाई नहीं अन्याई है तेरा लखन नहीं यह कपटी है छल करने... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 35 Share