Brijpal Rawat 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Brijpal Rawat 4 Jun 2020 · 1 min read ज़मीं पर आना ही होगा कितनी ही ऊँचाइयों पर उड़ जाएं ये परिन्दें.. पेट के लिए इन्हें ज़मीं पर आना ही होगा। ✍️Brij Hindi · शेर 4 439 Share Brijpal Rawat 29 May 2020 · 1 min read प्रेम ● प्रेम में रहना चाहूँगा मर जाने के बाद भी क्योंकि प्रेम का कोई.. ठोस कारण नहीं होता प्रेम तो बस प्रेम होता है ! ● ©®Brijpal Singh Hindi · कविता 1 447 Share Brijpal Rawat 22 May 2020 · 1 min read तुम सोचते क्या हो Brijpal जहां इंसान को लगता है उसकी बुराई हो रही है या उसका मजाक बनाया जा रहा है, हालांकि ऐसा नहीं हो रहा होता है अपितु उसे बस लगता है, तब... Hindi · लेख 3 4 503 Share Brijpal Rawat 19 May 2020 · 1 min read सवाल हमेशा उठेंगे। सवाल हमेशा ही उठेंगे- जब तुम कुछ अच्छा करो तब भी सवाल, बुरा करो तो सवाल सवालों का सिलसिला कभी नहीं थमेगा! असली सवाल ये है कि क्या तुम उठ... Hindi · लेख 4 315 Share Brijpal Rawat 16 May 2020 · 1 min read आँखें मूंद कर सोना ठीक है, चलना नहीं हिन्दू मुसलमान का खेल जबतक चलता रहेगा इस देश में, देश का भला नहीं हो सकेगा और होगा भी कैसे? हम अपनी वैचारिकता को बढ़ाते ही नहीं (कुछ पढ़े लिखे... Hindi · लेख 3 2 364 Share Brijpal Rawat 14 May 2020 · 1 min read भीड़ से कुछ हासिल नहीं हो पाता। जहाँ तक मेरी दृष्टि है मैं जहाँ तक देख पाया, मैंने जाना कि दुनिया में इतिहास बनाने वाला जो भी रहा है, उसने उस कृत्य को अकेलेपन में किया। भीड़... Hindi · लेख 3 406 Share Brijpal Rawat 11 May 2020 · 1 min read जिस दिन जिस दिन वे सभी अधिकार नैतिकता के आधार पर इस देश के स्त्रियों को भी मिल जाएंगे जो तमाम तरह के अधिकार पुरुषों को मिले हुवे हैं, इस समाज द्वारा,... Hindi · लेख 2 388 Share Brijpal Rawat 8 May 2020 · 1 min read हम घर जा रहे हैं, हमें घर जाना है हम घर जा रहे हैं, हमें घर जाना है। __________________________ चलते सड़कों पर हम, विवश पड़े हैं मज़दूर हैं साहब! बस पड़े-के-पड़े हैं दाना भी है पानी भी, बस ज़रा-ज़रा... Hindi · कविता 2 385 Share Brijpal Rawat 8 May 2020 · 1 min read लोग क्या कहेंगे जिसने ये टेंशन नहीं ली कि लोग क्या कहेंगे, वही केवल सटीक रस्ते पर चल पड़ेगा, उसे दुःखों में भी मुस्कुराने में आपत्ति नहीं होगी, वो ऐसा कर सकता है!... Hindi · लेख 1 1 458 Share Brijpal Rawat 6 May 2020 · 1 min read जिस दिन आपको खुद का ज्ञान हो जाएगा जिस दिन आपको खुद का ज्ञान हो जाएगा.. उस दिन आप एक उपनिषद बन जाओगे... खुद का ज्ञान- वही कि तुम कितने सच्चे हो? मूढ़ता है या नहीं? अवचेतन मन... Hindi · लेख 2 2 404 Share Brijpal Rawat 2 May 2020 · 1 min read आदमी क्या करता है आदमी क्या करता है तुम मेरी बुराई किसी दूसरे से करते हो, वही दूसरा तुम्हारी बुराई मुझसे करता है, तीसरे की बुराई मैं किसी और से कर देता हूँ। यही... Hindi · लेख 1 1k Share Brijpal Rawat 30 Apr 2020 · 1 min read तुम ऐसा ही चाहते हो ! तुम्हारी सबसे बड़ी कमजोरी ये भी है कि तुम अगले शख्स की कमजोरियों पर ही जोर देते हो, उसकी कमजोरियाँ मात्र देखकर उसके पूरे व्यक्तित्व का आंकलन कर लेते हो,... Hindi · लेख 2 681 Share Brijpal Rawat 6 Apr 2020 · 1 min read सोचो तो सबकुछ है मौज़ूद और कुछ भी है नहीं सोचो तो सबकुछ है मौज़ूद और कुछ भी है नहीं... ज़ीने वाले तमाम तमाम मरने वाले पेड़ पौधे और भी प्राणी.. नश्चर, निश्चल, निषभाव वेग से चलती धारें मद्धम मद्धम..... Hindi · कविता 1 353 Share Brijpal Rawat 5 Apr 2020 · 1 min read दीया जलाओ मैं भी जलाता हूँ तुम भी जलाओ कुछ दीया जलाओ, कुछ जले लोगो को जलाओ.. कोरोना भाग जाएगा ऐसा नहीं है एकता का पैगाम है इसे अपनाओ ध्रुत बन बैठे,... Hindi · कविता 1 353 Share Brijpal Rawat 22 Mar 2020 · 2 min read उसके लिए राष्ट्र से बढ़कर कुछ भी नहीं उसके लिए देश से बढ़कर कुछ भी नहीं। जिस वक्त राष्ट्र प्रधानमंत्री जी के एक छोटे से अनुरोध का अनुसरण कर रहा था जिस वक्त सारा देश तालियों,थालियों और शंखनाद... Hindi · लेख 1 276 Share Brijpal Rawat 20 Mar 2020 · 2 min read क्या असर पड़ेगा क्या असर पड़ेगा आपके दिलोदिमाग में आपके बच्चों के मनोभाव में जब सुबह-सुबह आप रेप,बलात्कार और ऐसे ही शब्दों को अनेक बार सुन लें तो। ज़ी हाँ मैं बात कर... Hindi · लेख 2 596 Share Brijpal Rawat 17 Feb 2020 · 2 min read मतलबी दुनिया ✍️मतलबी दुनिया अब आप कहेंगे बात तो ये सही कह रहा है मगर स्वयंभू हो न, खुद का टाइम आता है तो सब भूल जाते हो, कि हाँ ये दुनिया... Hindi · लेख 2 669 Share Brijpal Rawat 22 Jan 2020 · 1 min read भुलौं टक लगै कि सूणा तुम अभिमान त नि करा भै। ____________________ उठा जागा, खेला कूदा तुम नाचा, गावा, ज्वान हुयां तुम तुम करा भंडै उत्थान बनावा अपणु बड़ो नाम भुलौं टक लगै कि सूणा तुम अभिमान त नि करा भै... Hindi · कविता 1 784 Share Brijpal Rawat 18 Nov 2019 · 1 min read कभी कभी मैं भूल जाऊँ तो तुम याद दिलाना कभी-कभी.. चलते राह में कंकड पत्थर भी मिलेंगे कभी-कभी.. यूँ जो दरिया है नदी के इस पार का उस पार का ये क्या... Hindi · कविता 2 398 Share Brijpal Rawat 10 Nov 2019 · 1 min read जानवरों से प्रेम करो इंसानो से गर करोगे प्यार बढ़ाओगे स्नेह का स्तर बस स्वार्थ के लिये.. नाम के लिए और शौहरत के वास्ते मन अशांत रहेगा.. जो स्वभाविक है, मनुष्य जीवन में तरह-तरह... Hindi · कविता 431 Share