ब्रजनंदन कुमार 'विमल' Tag: प्रेम 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 16 Aug 2023 · 1 min read निश्चल प्रेम प्रेम की कोई परिभाषा नहीं बनी, सबकुछ उदाहरण पर ही डिपेंड है। प्रेम जितना किया जाता है उतना बाकी रहता है। प्रेम टूटने से बचाता है। हार जाने से रोकता... Hindi · प्रेम · प्रेम कहानी 1 285 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 Feb 2023 · 1 min read प्रेम की अनिवार्यता प्रेम की अनिवार्यता बहुत असंभव-से आविष्कार किए प्रेम ने और अंततः हमें मनुष्य बनाया लेकिन अस्वीकार की गहरी पीड़ा उस प्रेम के हर उपकार का ध्वंस करने पर तुली दिया... Hindi · प्रेम 1 594 Share