बृजेश पाण्डेय 'विभात' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid बृजेश पाण्डेय 'विभात' 16 Nov 2018 · 1 min read लुटे गुलशन में तुम आए लुटे गुलशन में तुम आए चमन में बहार बन छाए। कहीं था कोई न सहारा, तुम खेवनहार कहलाए। रहे जो बन्द अधर मेरे, कली सी खिल के छितराए। तुम्हें मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 317 Share