BIPIN KUMAR 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid BIPIN KUMAR 8 Nov 2024 · 1 min read महकता इत्र जब कष्ट के चुभने लगें शूल, कांटों में बदल जाएं फूल । मन भटके चहुं ओर , जैसे बिन पंख हो मोर । उठे न कोई कदम , जीवन लगने... Hindi · मित्र 33 Share