डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी Tag: गीत 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 28 Feb 2022 · 1 min read सुप्रभात प्रिये! शीर्षक - सुप्रभात प्रिये! -३ विधा - गीत परिचय - ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. - रघुनाथगढ़, सीकर,राज. पिन 332027 मो. 9001321438 सुप्रभात प्रिये! क्यों जायें मधुशाला पीने हाला... Hindi · गीत 413 Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 27 Feb 2022 · 1 min read सुप्रभात प्रिये! - २ शीर्षक - सुप्रभात प्रिये! -२ परिचय - ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. - रघुनाथगढ़, सीकर,राज. पिन 332027 मो. 9001321438 सुप्रभात प्रिये! उनींदी में अलसाई आँखें मस्ती देती भर भोर... Hindi · गीत 370 Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 26 Feb 2022 · 1 min read सुप्रभात प्रिये! शीर्षक - सुप्रभात प्रिये! परिचय - ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. - रघुनाथगढ़, सीकर,राज. पिन 332027 मो. 9001321438 सुप्रभात प्रिये! नभ में उतरी उषा नागरी ले तेरे वदन की... Hindi · गीत 1k Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 5 Nov 2021 · 1 min read रे दीप उजाला क्या होगा! शीर्षक - रे दीप उजाला क्या होगा! विधा - गीत परिचय- ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो.रघुनाथगढ़, सीकर राज. मो. 9091321438 सुनसान डगर जीवन के मेलें शूल-धूल बवंडर के नित्य... Hindi · गीत 3 4 335 Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 10 Sep 2021 · 1 min read जाने क्या हो गया? शीर्षक - "गीत -जाने क्या हो गया ?" रचना - गीत संक्षिप्त परिचय- ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. रघुनाथगढ़, जिला सीकर,राजस्थान मो.9001321438 जाने क्या हो गया मेरे शहर को... Hindi · गीत 2 292 Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 9 Sep 2021 · 1 min read आज फूट पड़ेंगे गान मेरे! शीर्षक - आज फूट पड़ेंगे गान मेरे विधा - गीत(छंदमुक्त) परिचय- ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. रघुनाथगढ़ सीकर राज. मो. 9001321438 ईमेल - binwalrajeshkumar@gmail.com आज फूट पड़ेंगे गान मेरे... Hindi · गीत 1 274 Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 9 Sep 2021 · 1 min read माँ! पीड़ा का संसार शीर्षक - माँ! पीड़ा का संसार विधा - गीत संक्षिप्त परिचय- ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. रघुनाथगढ़, सीकर राज. 332027 मो. 9001321438 मनचाही करता भव का जन, कचोट रहा... Hindi · गीत 1 329 Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 9 Sep 2021 · 1 min read मेघा! शीर्षक - मेघा विधा - नवगीत संक्षिप्त परिचय - ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. रघुनाथगढ़, सीकर राजस्थान मो. 9001321438 अरावली के उत्तुंग शिखर, मेघा फिर-फिर आते है। बैठ पहाड़ी... Hindi · गीत 3 1 497 Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 3 Sep 2021 · 1 min read हम आज आखिरी रोयेंगे! शीर्षक - हम आज आखिरी रोयेंगे! विधा - गीत(छंदमुक्त) परिचय - ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. रघुनाथगढ़, सीकर राज. मो. 9001321438 जिस ओर उठाये मुँह चल दूँगा, कदम फिर... Hindi · गीत 1 312 Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 16 Jul 2021 · 1 min read हम आज आखिरी रोयेंगे! शीर्षक - हम आज आखिरी रोयेंगे! विधा - गीत(छंदमुक्त) परिचय - ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. रघुनाथगढ़, सीकर राज. मो. 9001321438 जिस ओर उठाये मुँह चल दूँगा, कदम फिर... Hindi · गीत 2 632 Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 5 Jul 2021 · 1 min read उदासी की नई रेखा! शीर्षक- उदासी की नई रेखा! विधा - नवगीत परिचय- ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. रघुनाथगढ़, सीकर राजस्थान मो. 9001321438 घिर आती जीवन में पीड़ा मन में मंद चिंता का... Hindi · गीत 1 322 Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 28 Jun 2021 · 1 min read मैं लड़ता हूँ दिन-रात अकेला शीर्षक - मैं लड़ता हूँ दिन-रात अकेला! विधा - गीत परिचय - ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. रघुनाथगढ़, सीकर,राजस्थान मो. 9001321438, मैं लड़ता हूँ दिन-रात अकेला, पथ के कंटक... Hindi · गीत 2 403 Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 28 Jun 2021 · 1 min read यादों के कोमल अंकुर शीर्षक - यादों के कोमल अंकुर विधा - गीत परिचय - ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. रघुनाथगढ़, सीकर,राजस्थान। मो. 9001321438 बिखर रहे माला के मोती, जीवन से लाली छिटक... Hindi · गीत 2 1 458 Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 2 Apr 2020 · 1 min read तेरे नाम-मेरे गीत खुशदिल था इतना,इन फिजाओं में। गुमशुम न था इतना,इन हवाओं में। ऐ मुकद्दर ! मेरे क्यों इतना बेवफा है। खुदगर्ज नहीं मैं इतना,फिर क्यो खफा है। मुझें मेरे मुकद्दर की,... Hindi · गीत 3 1 525 Share डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 29 Mar 2020 · 1 min read बातें : इधर की उधर की या ज्ञानीचोर का दिल एक आशियाना खोज के,मैं लौट आया। आँखों ही आँखों में खा के चोट आया।। टेक।। बातों ही बातों में दिल में खोट आया। नजरों ही नजरों में प्रश्न छोड़ आया।।... Hindi · गीत 4 3 713 Share