डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. ज्ञानीचोर ब्रह्मज्ञानी 26 Mar 2020 · 1 min read गजल ज्ञानीचोर की चाँद तारों की महफिल छोड़। चलो अब आग से घर को सजाते है।। 1 टूटे तार जोड़ने को। चलो! अब घर बसाते है।। 2 मिलेंगे रास्तें तन्हा। चलो! अब दौड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 458 Share