बिमल तिवारी “आत्मबोध” Tag: गीत 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid बिमल तिवारी “आत्मबोध” 5 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण दिवस पर विशेष गीत कितनें दिन हो गए,खुल कर हँसें हुए,याद नहीं कितनें दिन हो गए,हवा में झूलें हुए,याद नहीं कितनें दिन हो गए,दराज़ों में कैद हुए,याद नहीं कितनें दिन हो गए,बहारों से मिलें... Hindi · कविता · गीत · पर्यावरण दिवस 1 303 Share बिमल तिवारी “आत्मबोध” 4 Nov 2021 · 1 min read दीवाली गीत गीत : यह प्रकाश का अतुल पर्व है सघन अंधेरा दूर भगाओ ----------------------------------- यह प्रकाश का अतुल पर्व है सघन अंधेरा दूर भगाओ पहले मन का मैल मिटाओ फिर स्नेह... Hindi · गीत 243 Share बिमल तिवारी “आत्मबोध” 24 Oct 2021 · 1 min read करवाँ चौथ गीत *करवाँ चौथ की बधाई* ---------------------------------------- हाँथों की मेहँदी, आँखों का काजल ख़ुश हैं आज कँगन, चूड़ी, लहठी, बिंदी, बाजन ख़ुश हैं आज माथें पे टीका और सिंदूर, बाजूबंद, गले में... Hindi · गीत 240 Share बिमल तिवारी “आत्मबोध” 2 Oct 2021 · 1 min read लाल बहादुर शास्त्री *लाल बहादुर शास्त्री* --------------------------------- शाश्वत सत्य सादगी अथाह कद छोटी कर्मठ बेमिसाल निर्माण अहिंसा के मिशाल हे भारत के वीर बहादुर लाल ! संस्कृति संरक्षक व पोषक धर्म बसती हैं... Hindi · गीत 185 Share बिमल तिवारी “आत्मबोध” 1 Oct 2021 · 2 min read हृदय आकाश सा गीत: हृदय आकाश सा निर्मल विस्तृत ------------------------------------ हृदय आकाश सा निर्मल विस्तृत जिस पर इच्छाओं की परछाई हृदय पाताल सा गहरा विस्मृत जिसके अटल तल पर खाई-खाई, कभी नदी सा... Hindi · गीत 1 1 316 Share बिमल तिवारी “आत्मबोध” 26 Apr 2021 · 1 min read गाँव का चुनाव *आत्मबोध की समकालीन काव्य रचना* -------------------- ---------------- *गाँव का चुनाव* ---------------- -------------------- -- नई नई मेलजोल नई भक्ति भाव देखिए नई नई बोलठोल नई शक्ति ताव देखिए नई नई झोलतोल... Hindi · गीत 1 467 Share बिमल तिवारी “आत्मबोध” 28 Mar 2021 · 1 min read होलिका दहन *।।होलिका में दहन करो।।* सरसों के पीलें फूलों से धरती अम्बर छाई हैं नव बसंत रस प्रकृति लेकर फ़ाग महीना आई हैं होली पूर्व हृदय प्रस्फुटित,बीते बरस का वमन करो... Hindi · गीत 261 Share बिमल तिवारी “आत्मबोध” 8 Mar 2021 · 1 min read महिला दिवस पर विशेष *नारी दिवस विशेष* महाभारत होता है औरत से सिख अभी इस बात को सुनकर गर अपमान किया औरत का हर चौराहा महाभारत होगा , बचा नही कोई दुनिया में औरत... Hindi · गीत 1 305 Share बिमल तिवारी “आत्मबोध” 9 Feb 2021 · 1 min read हे अन्नदाता ! *हे अन्नदाता ! ,हे अन्नदाता !* हे अन्नदाता ! हे अन्नदाता ! उठों जागों तुम्हें खेत बुलाता हल तुझसे पहलें जाग गए बैल खेतों को भाग गए जिससें तेरा जन्मों... Hindi · गीत 4 5 341 Share