bhandari lokesh Tag: कविता 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid bhandari lokesh 28 Mar 2025 · 1 min read चलो! स्वयं के दोस्त बनें खुद अपनी खुशियों का स्रोत बनें चलो स्वयं के दोस्त बनें यह दुनियाँ बस मोह माया है यहाँ अपना भी पराया है सब छोड़ छाड़ एकांतवास में आओ स्वयं की... Hindi · कविता 1 150 Share bhandari lokesh 23 Apr 2024 · 1 min read नर्स और अध्यापक दो जिस्म नहीं, एक चाहत थे वो इक दूजे की आदत थे ना लैला मजनू, हीर रांझा वो नर्स और अध्यापक थे एक कलम से लिखता नाम उसी का एक... Hindi · कविता 289 Share bhandari lokesh 29 Aug 2023 · 1 min read रक्षा बंधन मुस्कुराहट भाई की, और प्यार बेशुमार हो दिल से दुआ यही है हर दिन, रक्षाबंधन त्योहार हो दूर दराज से सारे भाई, हों घर की चौखट पर और लुटा दें... Hindi · कविता 3 526 Share bhandari lokesh 12 Aug 2023 · 1 min read वो लड़का पापा के बाद, एक वो लड़का है जो मुझे पसंद आता है उसके पास भी वही प्यार, सुकून और खयाल मिल जाता है उसकी बातें मीठी सीं बच्चों सी प्यारी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 3 804 Share bhandari lokesh 19 Aug 2020 · 1 min read वो~माँ है जो आँखों में आंसू लेकर होठों से मुस्काती है ये जीवन महिमा है जिसकी वो शख्स माँ कहलाती है जो नव माह की गर्भावस्था में अपना खून पिलाती है और... Hindi · कविता 5 4 438 Share bhandari lokesh 11 May 2019 · 1 min read "किसान" तन पर फटे हुए कपड़े हों दिल में जगह बराबर हो अंधकार का साया घर में दिल में रोज दिवाकर हो वो शख्स यहां से सूरज का पग पग सदा... Hindi · कविता 3 1 454 Share bhandari lokesh 7 Jan 2019 · 1 min read कॉलेज का अंतिम दिन वो कॉलेज का था अंतिम दिन आंखो मे नमी सी थी मुकम्मल तो बहुत कुछ था मगर थोड़ी कमी भी थी कमी थी ये कि अपने दोस्त सब दूर जाने... Hindi · कविता 1 2k Share