Deepak Baweja 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Deepak Baweja 22 Jul 2022 · 1 min read वक्त लगता है पुरानी दरख़्त हिलाने में वक्त लगता है सरल उबर के आने में वक्त लगता है ! खिलता नहीं है कमल गुलशन में कभी कांटो से साथ निभाने में वक्त लगता... Hindi · कविता 206 Share Deepak Baweja 22 Jul 2022 · 1 min read एक सुबह की किरण कल-कल करती नदियां हैं , कोयल का राग सुनाना है ! आज आज की बात है .., कल का किसने जाना है!! तितली का चहकना, फूलों का मेहकना.., हर मन... Hindi · कविता 247 Share Deepak Baweja 21 Jul 2022 · 1 min read वक्त लगता है पुरानी दरख़्त हिलाने में वक्त लगता है सरल उबर के आने में वक्त लगता है ! खिलता नहीं है कमल गुलशन में कभी कांटो से साथ निभाने में वक्त लगता... Hindi · कविता 3 381 Share