Awadhesh Kumar Singh Tag: दोहा 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Awadhesh Kumar Singh 17 May 2023 · 1 min read भ्रष्टाचार....... सज्जन का मोल कहाँ, बेइमानों का चलता जोर। ईमानदार खाने को तरसे, घी- मलाई खाए चोर॥ रिश्ते नाते टुट गए सब, दुश्मनी का बजता ढ़ोल। हिरण के भेष में बैठा,... Poetry Writing Challenge · दोहा 1 219 Share