अविनाश तिवारी 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अविनाश तिवारी 19 Nov 2018 · 1 min read माँ हे माँ।कठिन है करना,तुम्हे शब्दों में वर्णित। हूँ निर्मित तुमसे तुमसे ही है,ये जीवन चलित। हे जननी। सृष्टि का सार तत्व,है तुममे समाहित। लेकर तुम्हारी कोख से जन्म,हुआ मै अनुग्रहित।... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 37 834 Share अविनाश तिवारी 13 Jan 2019 · 1 min read काव्य का निर्माण मेरे पास बस शब्द हैं अनेकार्थ, थोड़ी कल्पना है,थोडा है यथार्थ। लेकर सबसे थोड़े-थोड़े भाव उधार, सजाता हूँ उन्हें देकर कुछ भावार्थ। उपजती हैं कुछ पंक्तियाँ अनायास रख लेता हूँ... Hindi · कविता 482 Share