avadhoot rathore Tag: कुण्डलिया 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid avadhoot rathore 6 Dec 2016 · 1 min read पैसा पैसे से ही जगत में, आन बान और शान। पैसे की ही जुगत में, फिरता है इंसान । फिरता है इंसान , बना यह काशी काबा। थका करत गुणगान ,... Hindi · कुण्डलिया 275 Share avadhoot rathore 8 Sep 2016 · 1 min read गुण त्रय हैं रंगत जग जीव सब, सत रज तम गुण तीन, ईष्टमन-गेवा--टेक्नी--, क्या है अदभुत सीन । क्या है अदभुत सीन , रोज़ ही खिलती होली। जीव तो --रंग हीन ,... Hindi · कुण्डलिया 363 Share avadhoot rathore 2 Sep 2016 · 1 min read जीवन के धन जर जोरू और ज़मीन, जीवन के धन तीन, जिनको ये हासिल नहीं, जीवन उनका हीन। जीवन उनका हीन, चलाते चक्कर भारी। रह जाएं ना दीन, झौंकते ताक़त सारी। कहत अवध... Hindi · कुण्डलिया 572 Share avadhoot rathore 3 Aug 2016 · 1 min read यारब उस रब को तू याद कर , सुबह रहे या शाम। राम नाम सुरसरि बहे, प्रभु जी आठों याम। प्रभु जी आठों याम, भजन की लगन न टूटे। जग में... Hindi · कुण्डलिया 281 Share