KUMAR ASHUTOSH RAJESH 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 1 min read कोजगरा (हास्य) मोन होंगे जे आंसू वायस, मडवा पर होता चुमौन। आंखि मे काजर,ललका धोती माथ पर परितै दूइव आ धान।। आई माई सभ गीत गवितथि, पत्नी बैसतथि कोबरा घर। बेटा बेटी... Maithili · कविता 439 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 2 min read देवी शक्ति(संस्मरण)नास्तिक स आस्तिक ----------------------------------------------------------- बात 1978 के थिक।दिवाली दिन छलै,भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट टेस्ट मैच मे भारत हारि गेल छल,पिताजी मोतिहारी मे पदस्थापित छला।पिताजी स्वयं नीक स्पोर्टस मैंन छला मोहन बगान... Maithili · कहानी 328 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 4 min read अप्पन आन,की,आन अप्पन--२ गतांक स आगू.......... वाच मैंन बुढ़िया के बजौलक , बुढ़िया आयल मोहन वावू,उठि के स्वागत केलखिन,मुदा राधा बैसले रहलि,मोहन वावू पुछलखिन जे इ बंगला त हम मित्र महेश स किनने... Maithili · कहानी 227 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 2 min read अप्पन आन ,की,आन अप्पन---१ --------------------------- शारदा निवास ,मोहन वावू दू मास पहिने किन्ने छला।पूणे स बंगलूरू तबादला भेलैन्ह त पहिने बंगलूरू में एक्टा बंगला किन लेला।मोहन वावू रेलवे में इन्जिनियर छलाह,पत्नी राधा रेलवे में... Maithili · कहानी 243 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 4 min read पिता 3( गतांक 2 स आगा अंतिम) ___________________________ दू नू भाई बहिन 3BHKफ्लैट किराया लेलक, आधुनिक सुख सुविधा के सभ समान छलै,शीला ब्रह्ममूहूर्त मे जागि के पूजा पाठ क दूनू ले नास्ता आ लंच तैयार क दै,तखन... Maithili · कहानी 479 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 3 min read पिता 02(01 के गतांक स आगू ___________________________ शीला अहल भोरे गाड़ी पकडि नैहर लेल प्रस्थान के ली।भरि बांट मस्तिष्क मे द्वंद के दंगल हरहोरि मचौने छल,पिता के हमर उठौल डेग पर केहन प्रतिक्रिया हेतैन्ह नहि जानि?स्त्रीगण... Maithili · कहानी 281 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 18 Oct 2021 · 3 min read पिता। 01 ___________________________ शीला आ जितेन्द्र समवायस एकहि कक्षा मे पढैत छल। दून मे प्रगाढ मित्रता छल,दूनू पढ़ाई मे सेहो कुशाग्र छल,मैट्रीक दूनू प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण भेल।जितेन्द्र आगू पढ़वा लय शहर... Maithili · कहानी 499 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 6 Oct 2021 · 1 min read भविष्य क भारत ___________________________ लोक तंत्र के अर्थी निकलत, रहू सभ साकांञ्च। अफसर शाही चरम पर पहुंचत, न्यायालयो पर एलै आंच।। संसद,सांसद निरंकुश होयत, मिडिया पर आघात। कंपनी वाला शासन होयत, जनता खायत... Maithili · कविता 376 Share KUMAR ASHUTOSH RAJESH 6 Oct 2021 · 1 min read मानव श्रृंगार। ___________________________ हे प्रभु आंहॉ ओतवि टा दिय, जहि स भरि सकय इ पेट। पाहुन आवथि ,नञि रहथि उपासल, याचको के भरि हम पेट।। अपना लेल त सभ जीवै अछि, पर... Maithili · कविता 1 223 Share