ashok mizaj 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid ashok mizaj 5 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल..हल्की-फुल्की सी एक दरिया की रवानी की तरह, है तेरा किरदार पानी की तरह. दिल है मेरा एक छोटे गाँवों सा, और तेरा राजधानी की तरह. तू तरो ताज़ा ग़ज़ल... Hindi · कविता 1 374 Share