अश्क चिरैयाकोटी Tag: मुक्तक 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अश्क चिरैयाकोटी 24 Feb 2022 · 1 min read रहा हूँ जूझता अक्सर........ रहा हूँ जूझता अक्सर कमी से, गिला कोई नहीं, पर ज़िन्दगी से, किसे है "अश्क"ख़्वाहिश दो-जहाँ की- मिला जितना मुझे, हूँ ख़ुश उसी से।। © अश्क चिरैयाकोटी दि०:24/02/2022 Hindi · मुक्तक 3 4 312 Share अश्क चिरैयाकोटी 5 May 2022 · 1 min read वेदना जब विरह की... वेदना जब विरह की लिखी लेखनी, पीर की हर चुभन बन गयी रागिनी, "अश्क"में चाँद उतरा धरा पर मगर- नील नभ में विहँसती रही चाँदनी।। © अशोक कुमार " अश्क... Hindi · मुक्तक 3 2 407 Share अश्क चिरैयाकोटी 26 May 2022 · 1 min read हर सिम्त यहाँ... हर सिम्त यहाँ आज ये क्या देख रहा हूँ, मेयार लियाक़त का घटा देख रहा हूँ, अब 'अश्क' निदामत के न आँखों में किसी के- तहज़ीब का ये रूप नया... Hindi · मुक्तक 3 228 Share अश्क चिरैयाकोटी 16 Feb 2022 · 1 min read किसको तलाश करता..... किसको तलाश करता हज़ारों की भीड़ में, किरदार किसका साफ़ है सिक्कों की भीड़ में, हालात "अश्क" जबसे सियासी हुए यहाँ- अपना मिला न कोई भी अपनों की भीड़ में।।... Hindi · मुक्तक 2 325 Share अश्क चिरैयाकोटी 1 Apr 2022 · 1 min read समंदर से बिछड़ा किनारा.... समंदर से बिछड़ा किनारा न हो, कोई लड़ के लहरों से हारा न हो, भंवर में कोई नाव दम तोड़ दे- जहाँ में कहीं ये नज़ारा न हो।। © अश्क... Hindi · मुक्तक 2 421 Share अश्क चिरैयाकोटी 26 Mar 2022 · 1 min read है प्यार बाँटने का अरमान... है प्यार बाँटने का अरमान ज़िन्दगी में, वो चाहता है लाना तूफ़ान ज़िन्दगी में, सोचा था "अश्क"मंज़िल मिलकर रहेगी लेकिन- ये राह भी नहीं है आसान ज़िन्दगी में।। © अश्क... Hindi · मुक्तक 1 144 Share अश्क चिरैयाकोटी 29 Apr 2022 · 1 min read ग़म की ऐसी रवानी.... ग़म की ऐसी रवानी लगे है कोई, पानी पर लिखता पानी लगे है कोई, हर वरक"अश्क"से जिसका हो धुल गया - वो अधूरी कहानी लगे है कोई।। © अशोक कुमार... Hindi · मुक्तक 1 728 Share अश्क चिरैयाकोटी 12 May 2022 · 1 min read जबसे मुहब्बतों के तरफ़दार...... जबसे मुहब्बतों के तरफ़दार बिक गये, नफ़रत भरे अजीब से अशआर बिक गये, ऐ "अश्क"अब जहान में किन पर करें यक़ीन- हमको था जिन पे नाज़ वो किरदार बिक गये।।... Hindi · मुक्तक 1 375 Share अश्क चिरैयाकोटी 5 Aug 2022 · 1 min read तिरंगा चूमता नभ को... शहीदों की शहादत ने गढ़ा प्रतिमान है लोगों, तिरंगा चूमता नभ को,वतन की आन है लोगों, चले पीछे इसी के "अश्क" भारत का हरिक वासी- हमारे देश की जग में... Hindi · मुक्तक 1 318 Share अश्क चिरैयाकोटी 12 Feb 2022 · 1 min read क़त'अ ये बताओ किस तरह का दौर लाना चाहते हो, अम्न का दीपक जो फूँकों से बुझाना चाहते हो, हर हक़ीक़त से यहाँ की "अश्क" है वाकिफ़ बहुत ही- क्यों किसी... Hindi · मुक्तक 384 Share अश्क चिरैयाकोटी 3 Mar 2022 · 1 min read और मुझपे ज़ुल्म ...... और मुझपे ज़ुल्म ढाना छोड़ दे, क्या कहेगा ये ज़माना? छोड़ दे, हो सके तो "अश्क" के आ रूबरू - *आके यादों में सताना छोड़ दे।।* © अश्क चिरैयाकोटी दि०:03/03/2022 Hindi · मुक्तक 246 Share