अश्क चिरैयाकोटी Tag: ग़ज़ल 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अश्क चिरैयाकोटी 10 Aug 2024 · 1 min read अदा बोलती है... ये दुनिया न सोचो कि क्या बोलती है, इसे बोलना है, सदा बोलती है।। दिखावा बहुत ही करे बे-हयाई, हयादार की तो हया बोलती है।। मुहब्बत में होता है ऐसा... Hindi · ग़ज़ल 1 103 Share अश्क चिरैयाकोटी 2 Jun 2023 · 1 min read मुजरिम करार जब कोई क़ातिल... जो दिल की बारगाह में दाख़िल नहीं हुआ, उस पर फ़िदा किसी भी तरह दिल नहीं हुआ।। किरदार कटघरे में रहा मेरा क्यूँकि मैं, दुनिया की भीड़ - भाड़ में... Hindi · ग़ज़ल 2 956 Share अश्क चिरैयाकोटी 16 Apr 2023 · 1 min read दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब.. मुश्किलों से पार पाना चाहिए, लाख हों ग़म, मुस्कुराना चाहिए।। गर जिया अपने लिए तो क्या जिया, काम औरों के भी आना चाहिए।। दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब, दुश्मनों... Hindi · ग़ज़ल 1 357 Share अश्क चिरैयाकोटी 20 Feb 2023 · 1 min read आह जो लब से निकलती.... दिल में नफ़रत और पलती जाएगी, आह जो लब से निकलती जाएगी।। बंद करिए बात करनी बेतुकी, मूँग फिर छाती पे दलती जाएगी।। घर से निकलो चूमकर माँ के क़दम,... Hindi · ग़ज़ल 1 327 Share अश्क चिरैयाकोटी 30 Oct 2022 · 1 min read रहे मुहब्बत सदा ही रौशन.. खड़े -खड़े दिल पे दूर से ही,सितम न दूरी का ढा के रखिए, करीब आकर हमारे अब तो, नज़र नज़र से मिला के रखिए।। ये सुर्ख़ मेंहदी की है जो... Hindi · ग़ज़ल 5 2 332 Share अश्क चिरैयाकोटी 22 Jul 2022 · 1 min read हम आज भी हैं आपके..... दिल से वफ़ा की रस्म निभाकर तो देखिए, हम आज भी हैं आपके आकर तो देखिए।। छट जायेंगे अँधेरे यक़ीनन ही एक दिन, उम्मीद का चराग़ जलाकर तो देखिए।। रह... Hindi · ग़ज़ल 2 1 699 Share अश्क चिरैयाकोटी 18 Jul 2022 · 1 min read अना दिलों में सभी के.... अना दिलों में सभी के यहाँ बराबर है, जिधर भी देखिए,दिखता हसद का मंज़र है।। तू अपने आप से कमतर समझ रहा जिसको, नज़र में और किसी की वो तुझसे... Hindi · ग़ज़ल 2 269 Share अश्क चिरैयाकोटी 26 Jun 2022 · 1 min read माँ कोख से ही माँ की मिलता साँस को विस्तार है, और सबके जिस्म का बनता वहीं आकार है।। वो न होती यदि धरा पर, कैसे फिर आता कोई, इस जगत... Hindi · ग़ज़ल 5 3 496 Share अश्क चिरैयाकोटी 20 Jun 2022 · 1 min read कभी ज़मीन कभी आसमान..... कभी ज़मीन कभी आसमान रखता हूँ, मैं अपने ज़ेहन में सारा जहान रखता हूँ।। ये सोचकर कि न तकलीफ़ हो किसी दिल को, हरेक लफ़्ज़ में शीरी ज़ुबान रखता हूँ।।... Hindi · ग़ज़ल 9 4 632 Share