पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी 30 Sep 2022 · 1 min read वन्दना वीणा को बजाती नित अलख जगाती, गीत सामवेद गाकर सप्त स्वर झंकार दे वाणी को दिलाती ज्ञानदा तू मातु श्रीप्रदा हो चक्षु मेरी खोल कर तिमिर बहार दे। हे वाग्देवी... Hindi · मुक्तक 3 3 186 Share पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी 3 Oct 2022 · 1 min read अविरल आंसू प्रीत के तुझे याद करूँ कितना ये बात कहूँ कैसे फरियाद करूँ कितना बिन तेरे रहूँ कैसे । जब चाँद स्वयं मेरा मुझसे खुद रूठ गया पूछें आँखों से आँसू 'अविरल' मैं... Hindi · मुक्तक 1 1 182 Share पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी 4 Oct 2022 · 1 min read 8.ए बबुआ! पढ़ि लिखि के तू का कइलऽजब रहि गइल लण्ठेश ए बबुआ मेहरी खातिर माई के करेजा दिहलऽढेश कइलऽना दिन याद उ बेटवा जब तोहरा के पोषलीं हो सांवा कोदो बथुआ... Hindi 1 1 146 Share पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी 4 Oct 2022 · 1 min read 1/14) *साकेत सौरभम्* श्री राम की अविरल सुषमा।(अविरलभजनाऽभिषेकम्) ________________________________________ गीत - प्रीत के गाना है जीवन के रथ पर चढ़कर चलो लिखें नवगीत कोई श्रीराम सा हो जीवन की डगर। वो ज़िन्दगी ही... Hindi 2 2 133 Share पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी 4 Oct 2022 · 1 min read 6.*विखण्डित मनुजता* विखण्डित मनुजता* हम अनुकरण के हैं अनुगामी, धरा को क्षार कर बैठे कर उपेक्षित निज संस्कृति को, वसुन्धरा हार कर बैठे। पशुता के विज्ञ हैं पशु भी, क्यों मनुज प्रतिकूल... Hindi 1 1 103 Share पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी 3 Oct 2022 · 1 min read 1.राज "अविरल रसराजसौरभम्" 1.राज़- सोची थी एक बात मगर कह नहीं सके हम पाके आसपास भी कर जिरह नहीं सके सोची थी एक बात मगर कह नहीं सके बातें दबी जुबान से होती... Hindi · गीत बुक 2 1 1 405 Share पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी 5 Oct 2022 · 1 min read 5). *मां* मां मेरी इस लाल को आशीष दे दे मां हूँ बहुत गरीब तुझे फीस दूं मैं क्या। दुनियां मे तेरे बिन कही न है कोई जन्नत तू काट के आंचल... Hindi 1 114 Share पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी 1 Nov 2022 · 1 min read वन्दना (मां शारदे) #विषय:- सरस्वती वन्दना __________________________________________ मेरी शारदे मां! हे मेरी शारदे मां! तुझे शत नमन है मसि कलम धार दे मां! हे पद्मासना पद्म निलया भवानी जगत्वन्द्य शुभ्रा सुहृदया शिवानी रचूं... Hindi · गीत 1 84 Share पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी 3 Oct 2022 · 1 min read 3*अविरल चुस्की चाय की "रसराजसौरभम्" आपके साथ की चाय अच्छी लगी * आपने कप बढ़ाया झिझकते हुए काँपते हाथ की चाय अच्छी लगी ।1। आपके साथ की ...* शाम भीगी हुई गुनगुनी पर लगी बात... Hindi · गीत 74 Share पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी 3 Oct 2022 · 1 min read 4.यादें प्रियतम की "रसराजसौरभम्" तुम कविता बन गई राधा काव्य बना तेरा प्यार तुम ठहरी नव सरिता मैं अविरल सागर की धार तुम हर पल हर दम ही जीती मैं क्यूं हारा हर बार... Hindi 81 Share पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी 4 Oct 2022 · 1 min read 7.तोड़लऽ सपनवां बेटा तोड़लऽ सपनवां तोड़लऽ सपनवां बेटा तोड़लऽ सपनवां मनल न मईया कहनवां एराजा बेटा तोडलऽसपनवां १.केतना कठिन से बेटा तोहरा पढ़वली बेचि के गहनवां गिठो शहरिया में रखली देल न पढ़ईया धियनवां ए... Hindi 90 Share