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24 posts
ना जाने कितनी थकानों के बाद निकले हैं,,
ना जाने कितनी थकानों के बाद निकले हैं,,
ashfaq rasheed mansuri
ज़माने भर को मेरा सर,,,
ज़माने भर को मेरा सर,,,
ashfaq rasheed mansuri
जब से हमारे पाँव, रक़ाबों में आ गए,
जब से हमारे पाँव, रक़ाबों में आ गए,
ashfaq rasheed mansuri
गली मुहल्लों से लश्कर निकालने वाले,
गली मुहल्लों से लश्कर निकालने वाले,
ashfaq rasheed mansuri
बेशक सेहत मंदों को बीमार लिखो,
बेशक सेहत मंदों को बीमार लिखो,
ashfaq rasheed mansuri
पहले तो मुहब्बत में गिरफ़्तार किया है,
पहले तो मुहब्बत में गिरफ़्तार किया है,
ashfaq rasheed mansuri
उम्मीद अपनी क्या करें,,,
उम्मीद अपनी क्या करें,,,
ashfaq rasheed mansuri
तू अगर हे बहुत ख़फ़ा मुझ से,,,
तू अगर हे बहुत ख़फ़ा मुझ से,,,
ashfaq rasheed mansuri
तेरी नज़र के इशारे बदल भी सकते हैं,,
तेरी नज़र के इशारे बदल भी सकते हैं,,
ashfaq rasheed mansuri
बरसों से,,,,,
बरसों से,,,,,
ashfaq rasheed mansuri
जो मेरे साथ था,ज़िन्दगी की तरह,,
जो मेरे साथ था,ज़िन्दगी की तरह,,
ashfaq rasheed mansuri
हैरत है,,,,
हैरत है,,,,
ashfaq rasheed mansuri
गले में हाथ डाले जायेंगे अब,,
गले में हाथ डाले जायेंगे अब,,
ashfaq rasheed mansuri
में जिसे आज तक ना कह पाया,,
में जिसे आज तक ना कह पाया,,
ashfaq rasheed mansuri
दमागों दिल में हलचल हो रही है,
दमागों दिल में हलचल हो रही है,
ashfaq rasheed mansuri
दुनिया को हादसों में,,
दुनिया को हादसों में,,
ashfaq rasheed mansuri
किसी कबीले ना सरदार के भरोसे हैं,
किसी कबीले ना सरदार के भरोसे हैं,
ashfaq rasheed mansuri
अपने दिल में आग लगानी पड़ती है,
अपने दिल में आग लगानी पड़ती है,
ashfaq rasheed mansuri
अपनी ग़ज़लों को,,
अपनी ग़ज़लों को,,
ashfaq rasheed mansuri
दुश्मनों के नगर में,
दुश्मनों के नगर में,
ashfaq rasheed mansuri
फ़लक़ से मिस्ले परिंदा,,
फ़लक़ से मिस्ले परिंदा,,
ashfaq rasheed mansuri
सितमगरों की लिखी,
सितमगरों की लिखी,
ashfaq rasheed mansuri
ज़मीं पर नीम जां यारी पड़ी है,
ज़मीं पर नीम जां यारी पड़ी है,
ashfaq rasheed mansuri
शेर
शेर
ashfaq rasheed mansuri
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