Arun Kumar Tag: गीत 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arun Kumar 3 Jun 2023 · 1 min read तुम्हारा कुछ न बिगडेगा न पलकें यूँ झुकाओ तुम हृदय में प्यार जागेगा, तुम्हारा कुछ न बिगड़ेगा मनस अभिप्राय जागेगा। किसी उपवन की कलिका सी, तुम्हारी छवि शुचित कमनीय, नयन चितवन कँटीली अति, भृकुटि... Poetry Writing Challenge · गीत 1 333 Share Arun Kumar 3 Jun 2023 · 1 min read देश मेरा अति प्यारा उपमहाद्वीप एशिया का देश मैरा अति प्यारा, गोलार्ध उत्तरी में स्थित सब देशों से न्यारा। जनसंख्या के दृष्टिकोण से, अत्यन्त सघन मेरा भी देश, मानव मूल्यों से आच्छादित, इसका सारा... Poetry Writing Challenge · गीत 297 Share Arun Kumar 3 Jun 2023 · 1 min read आप भी चल दिये साँझ प्रिय ढल रही, लालिमा के पल लिये, हुए सुदीप प्रज्वलित, आप भी चल दिये। आप प्रेम सिन्धुवत, मात्र सुबिन्दु बाँछित, थाह भी पता नहीं, अपेक्षा ही बाँछित। सितारे कोटि... Poetry Writing Challenge · गीत 297 Share Arun Kumar 3 Jun 2023 · 1 min read सबकुछ कहाँ किसी के पास सब कुछ कहाँ किसी के पास, लेकिन कुछ न कुछ सबके पास। कौन धरातल मानव ऐसा सुपरिचय जिसका न अभाव से, शुष्क नयन से मात्र निराश, सुखस्वप्नों की नहीं कोई... Poetry Writing Challenge · गीत 238 Share Arun Kumar 3 Jun 2023 · 1 min read उतरेगा चाँद धरा एक दिन उतरेगा चाँद धरा एक दिन, होगा हृद प्यार भरा एक दिन। मधुप करेंगे गुँजन उपवन, कलिकाऐं भी मुस्कायेंगी, वायु बहेगी चारु सुहानी, विस्तारित गुनगुन का स्वर। आयेगी शक्ति परा एक... Poetry Writing Challenge · गीत 201 Share