Arsh M Azeem 236 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arsh M Azeem 24 Apr 2021 · 1 min read हकदार नहीं होते ये फूल इस तरह पुर बहार नहीं होते अगर इनके पहलू में ये ख़ार नहीं होते ये राहे शौक है यहाँ भटकना तय है इसमें मन्ज़िल के कोई आसार नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 458 Share Arsh M Azeem 21 Apr 2021 · 1 min read आंसू दिल पिघल के जब बहने लगा ज़माना उसे आंसू कहने लगा वो और ज़्यादा सितमगर हो गया मैं उसके सितम जो सहने लगा वो जब से मुझसे दूर चला गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 413 Share Arsh M Azeem 16 Apr 2021 · 1 min read शेर मेरी आंखों में ग़म का कोई क़तरा नहीं देखा होगा तुमसे बिछड़कर किसी ने मुझे रोता नहीं देखा होगा Hindi · शेर 1 392 Share Arsh M Azeem 16 Apr 2021 · 1 min read धोखा क्यूं करें हम इश्क़ में किसी के दिल को मुब्तिला क्यूं करें हम यह ला इलाज दर्द सीने में भला पैदा क्यूं करें हम हम जानते हैं दिल दे कर सिर्फ अजीयतें ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 435 Share Arsh M Azeem 14 Apr 2021 · 1 min read शेर ये आंखों की ज़ुबां मुझे समझना मुश्किल है कुछ ऐसी ज़ुबां मे बोल कि इश्क़ आसान लगे Hindi · शेर 352 Share Arsh M Azeem 14 Apr 2021 · 1 min read मुक्तक वो पहले तो मिलने की कसमें खाने लगा और फिर बिछड़ने के फायदे गिनाने लगा वो महबूब नहीं था शायद कोई फरेबी था वक्त गुजरते अपनी औकात में आने लगा Hindi · मुक्तक 596 Share Arsh M Azeem 13 Apr 2021 · 1 min read तेरे ऐतबार मे रहे जब तक जिये तेरे ऐतबार में रहे हम तो उम्र भर तेरे इंतज़ार में रहे और कुछ न दिखाई न सुनाई दिया हम इस कदर तेरे हिसार मे रहे क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 364 Share Arsh M Azeem 13 Apr 2021 · 1 min read बदल जाना चाहिए था रात का माहौल बदल जाना चाहिए था चांद अब तक निकल आना चाहिए था यूं बेकरारी मे रात बशर होना मुश्किल है दिल किसी तरह बहल जाना चाहिए था मंज़िल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 475 Share Arsh M Azeem 13 Apr 2021 · 1 min read कोई मजबूरी है क्या क्या कहा अब बिछड़ रहे हो तुम्हारी कोई मजबूरी है क्या क्या कहा अब कभी नहीं मिलोगे वैसे मिलना ज़रूरी है क्या इतना बेचैन क्यों रहते हो तुम कोई ख्वाहिश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 416 Share Arsh M Azeem 8 Apr 2021 · 1 min read सुबह न हो सकेगी ये रस्में मोहब्बत अदा न हो सकेगी खैर छोड़ो तुमसे वफ़ा न हो सकेगी आंखिरी सांस तक पीछा न छोड़ेगा ये मर्जे इश्क़ है इसकी दवा न हो सकेगी क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 406 Share Arsh M Azeem 8 Apr 2021 · 1 min read तेरे सीने में दिल है कि नहीं करके देख मोहब्बत मुश्किल है कि नहीं मैं भी देखूं तेरे सीने मे दिल है कि नहीं चल पड़े हैं हम यूं ही राहे शौक में ये नहीं सोचा इसपे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 355 Share Arsh M Azeem 8 Apr 2021 · 1 min read यादों का खज़ाना तेरे ख़्याल से शुरू तेरे ख़्वाब पे ख़त्म बस इतना ही है मेरी रातों का फ़साना तेरी मोहब्बत में मिली है मुझे ये अमीरी तेरे एहसास की दौलत यादों का... Hindi · मुक्तक 626 Share Arsh M Azeem 4 Apr 2021 · 1 min read खुशी मिलने लगी है बाज़ार में क्या वफ़ा नहीं है तुम्हारे मेयार में क्या तमाम उम्र गुजरेगी इंतज़ार में क्या लोग अब उदास कम ही दिखते हैं खुशी मिलने लगी है बाज़ार में क्या बड़ी टूटी टूटी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 620 Share Arsh M Azeem 2 Apr 2021 · 1 min read राब्ता है कोई शायद हमारे दरमियां राब्ता है कोई वरना किसी को इतना सोचता है कोई वो आंखों से होकर दिल तक पहुंच गया भला क्या यहां से भी रास्ता है कोई मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 646 Share Arsh M Azeem 2 Apr 2021 · 1 min read शेर मोहब्बत और सियासत भी कितना मेल खाते हैं वादे तो हज़ार होते मगर निभाए दो चार जाते हैं Hindi · शेर 376 Share Arsh M Azeem 27 Mar 2021 · 1 min read मुरझा जाता है चंद लम्हों में ही चमन को महका जाता है फूल कुछ देर खिलता है फिर मुरझा जाता है झूठ चाहे कितना भी शातिर और ताकतवर हो मगर जब सच से... Hindi · मुक्तक 370 Share Arsh M Azeem 27 Mar 2021 · 1 min read सरकार तुम्हारे हाथ में जो चाहे फरमान करो सरकार तुम्हारे हाथ में जिसकी तुम चाहो सुनो दरबार तुम्हारे हाथ में जिसको चाहो सही कहो जिसको चाहो गलत खबरें तुम्हारे हाथ में अखबार तुम्हारे हाथ... Hindi · मुक्तक 572 Share Arsh M Azeem 27 Mar 2021 · 1 min read शेर अच्छा है या बुरा ये बताता ही नहीं है आईना किरदार तो दिखाता ही नहीं है Hindi · शेर 323 Share Arsh M Azeem 25 Mar 2021 · 1 min read दीवार पसंद नहीं किसी को है इज़हार पसंद नहीं किसी को है इन्कार पसंद नहीं चाहे मेरी तजवीज़ तुम कुबूल न करो लेकिन मुझे इसरार पसंद नहीं ज़रूरत के हाथों मजबूर हो जाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 567 Share Arsh M Azeem 24 Mar 2021 · 1 min read हालात मुश्किलों के हैं ये जो हालात मुश्किलों के हैं यही तो सुबूत मंजिलों के हैं मेरी तन्हाई तो गुमनाम सी है चर्चे तो तुम्हारी महफिलों के है यही तो बुलंदी तक ले जाएंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 387 Share Arsh M Azeem 24 Mar 2021 · 1 min read ज़िम्मेदार थे हम खुद अपनी तबाही के ज़िम्मेदार थे हम एक बेवफ़ा से वफ़ा के उम्मीवार थे हम किसी की आरज़ू करना अगर गुनाह है फिर तो बेशक बहुत गुनहगार थे हम Hindi · मुक्तक 1 349 Share Arsh M Azeem 24 Mar 2021 · 1 min read शेर हम सच भी कहेंगे तो इम्तिहान लिया जाएगा वो झूठ भी बोलेंगे तो भी मान लिया जाएगा Hindi · शेर 1 340 Share Arsh M Azeem 19 Mar 2021 · 1 min read ज़िन्दगी अब जी नहीं जाती दर्दे इश्क़ में कोई दवा दी नहीं जाती ये अजीयत तो दुआ से भी नहीं जाती इतनी बदमजा सी लगने लगी है कि ज़िन्दगी अब जी नहीं जाती मैं सौ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 350 Share Arsh M Azeem 19 Mar 2021 · 1 min read इतने हादसे हुए हैं हमारे साथ इतने हादसे हुए हैं हम जगह जगह से टूटे हुए हैं उनकी महक अभी कम न हुई गोया कि वो फूल सूखे हुए है वो कहता है कि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 385 Share Arsh M Azeem 17 Mar 2021 · 1 min read गलत जिसे गलत की आदत हो जाती है फिर उसे सही भी गलत लगने लगता है Hindi · तेवरी 1 653 Share Arsh M Azeem 16 Mar 2021 · 1 min read कुबूल ज़िन्दगी चाहे हो कांटे चाहे हो फूल ज़िन्दगी हर हाल होनी चाहिए कुबूल ज़िन्दगी काम जो किसी के आए न हम कभी मेरे ख्याल में तो है फ़िज़ूल ज़िन्दगी खुद को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 8 452 Share Arsh M Azeem 4 Mar 2021 · 1 min read सब मोह माया का संसार है अब किसको किससे प्यार है सब मोह माया का संसार है हर व्यक्ति सोचता है लाभ हानि अब जीवन एक व्यापार है सब मोह माया का संसार है रिश्ते अब... Hindi · कविता 2 2 1k Share Arsh M Azeem 4 Mar 2021 · 1 min read ज़मीर का सौदा जात मज़हब की आड़ में धोखा किए बैठे हैं कुछ लोग अपने ज़मीर का सौदा किए बैठे हैं कब कहां किससे क्या कहा इन्हे याद नहीं रहता और आप इनकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 765 Share Arsh M Azeem 2 Mar 2021 · 1 min read सच सुनने की कुव्वत है चलो माना कि तुम्हे हमसे मोहब्बत है मगर ज़माने से टकराने की जुर्रत है हम वादा कर भी लें आने का लेकिन क्या तुम्हें हमसे मिलने की फुर्सत है मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 579 Share Arsh M Azeem 27 Feb 2021 · 1 min read ऐतबार किया हमने अपनी अक्ल को दरकिनार किया हमने एक फरेबी शख्स पे ऐतबार किया हमने वो जल्द लौट आने का वादा कर के गया फिर मुद्दतों उसका इंतजार किया हमने Hindi · मुक्तक 2 386 Share Arsh M Azeem 22 Feb 2021 · 1 min read मेरे सवालों का जवाब मेरे सवालों का जवाब आना चाहिए क्यूं हो गए वो बेवफा बताना चाहिए दिल टूटता है तो टूटता है आदमी भी दिल किसी का भी नहीं दुखाना चाहिए कोई चिंगारी... Hindi · कविता 3 593 Share Arsh M Azeem 18 Feb 2021 · 1 min read उनकी हर गलती भुला दी गई उनकी हर गलती भुला दी गई जो सही थे उन्हे सज़ा दी गई यह ज़ुल्म की इंतिहा ही तो है जो भी आवाज़ उठी दबा दी गई सिर्फ झूठ को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 315 Share Arsh M Azeem 15 Feb 2021 · 1 min read दाग़ कैसे धोओगे मियां इतना बेखबर होके जो सोओगे मियां मगर जब जागोगे तो रोओगे मियां औरों को ग़म देके खुशी कैसे पाओगे वैसा ही तो काटोगे जैसा बोओगे मियां दामन में लगे दाग़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 378 Share Arsh M Azeem 15 Feb 2021 · 1 min read शेर किसी मख्सूस दिन के लिए इज़हार की मोहताज हो वो मोहब्बत ही क्या जो इकरार की मोहताज हो Hindi · गीत 3 2 380 Share Arsh M Azeem 14 Feb 2021 · 1 min read मुक्तक ये अचानक धड़कनों पे किसका इख़त्यार हो गया ये दिल मेरा आखिर किस मर्ज़ मे गिरफ्तार हो गया ख्वाबों और ख्यालों मे रहने लगा है बस एक चेहरा आखिर ये... Hindi · मुक्तक 1 4 721 Share Arsh M Azeem 6 Feb 2021 · 1 min read ठीक नहीं हाले दिल सभी को सुनाना ठीक नहीं हां मगर दोस्तों से छुपाना ठीक नहीं इतनी शिद्दत से याद आना ठीक नहीं मासूम दिल पे सितम ढाना ठीक नहीं ग़म ए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 334 Share Arsh M Azeem 5 Feb 2021 · 1 min read खुलूसो ऐतबार मोहब्बत की पहचान होते हैं खुलूसो ऐतबार मोहब्बत की पहचान होते हैं मोहब्बत न हो जिनमें वो रिश्ते बेजान होते है सिर्फ नज़रों का मिल जाना ही मोहब्बत नहीं है मोहब्बत के भी कुछ उसूलो... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 45 601 Share Arsh M Azeem 4 Feb 2021 · 1 min read सोचता कौन है किसी के बारे में यूंही सोचता कौन है जब तक न हो मतलब पूछता कौन है अब चेहरे से ही मुतासिर होते हैं लोग दिल में उतरकर भला देखता कौन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 436 Share Arsh M Azeem 1 Feb 2021 · 1 min read ज़मीर बेच डाला है झूठ का जो इस कदर अब बोलबाला है इसका मतलब लोगो ने ज़मीर बेच डाला है झूठ की दुकानों पर बहुत रौनक रहती है सच्चाई के होठों पर क्यूं लग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 6 363 Share Arsh M Azeem 30 Jan 2021 · 1 min read एहसास ख़त्म हो जाए अपनेपन का यह एहसास ख़त्म हो जाए ऐसा न हो रिश्तों मे विश्वास ख़त्म हो जाए घड़ी दो घड़ी का वक्त आकर हमें भी दे देना इससे पहले कि अपनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 353 Share Arsh M Azeem 30 Jan 2021 · 1 min read ठुकराने नहीं दूंगा अपनी मोहब्बत को ठुकराने नहीं दूंगा अहदे वफ़ा तोड़ के यूं जाने नहीं दूंगा अपनी गलत बयानी से बाज़ आ जाओ आग नफ़रत की मै भड़काने नहीं दूंगा फानूस बनके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 353 Share Arsh M Azeem 28 Jan 2021 · 1 min read कौनसे नशे में धुत हो तुम कौनसे नशे में धुत हो तुम ज़ुल्म बढ़ रहा है चुप हो तुम क्यूं नहीं आते तुम्हारी आंख मे आंसू आखिर किस खुशी में खुश हो तुम या तो ज़ालिम... Hindi · कविता 368 Share Arsh M Azeem 28 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक अपनी कोशिशों का यूंही सिलसिला रखना मंज़िल पाओगे एक दिन बस हौंसला रखना ये नफरतें भी मोहब्बत में बदलकर आएंगी अपने दिल का दरवाज़ा हमेशा खुला रखना Hindi · मुक्तक 370 Share Arsh M Azeem 28 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक टुकड़ों में मां का जिगर बंट गया एक दीवार उठी और घर बंट गया फिर से खेल जीत गई सियासत शहर में नफरतों का ज़हर बंट गया Hindi · मुक्तक 1 2 453 Share Arsh M Azeem 28 Jan 2021 · 1 min read मज़ा आता है मुझे ग़म हो या खुशी मुस्कुराने मे मज़ा आता है मुझे लुत्फ़ ज़िन्दगी का उठाने में मज़ा आता है मुझे ज़माने को दिखा दिखा के मोहब्बत करेंगे हम जलने वालों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 350 Share Arsh M Azeem 27 Jan 2021 · 1 min read दिल पे बोझ कम रखा करिए इतना ना ग़म रखा करिए दिल पे बोझ कम रखा करिए जब ठोकरों से इतना डरते हो सोच समझ के कदम रखा करिए लोग देखेंगे तो नमक छिड़केंगे छुपा के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 416 Share Arsh M Azeem 27 Jan 2021 · 1 min read आ गए हो यूं किस के बहकाने मे तुम आ गए हो यूं किस के बहकाने मे तुम चले आए हो जो आज मयखाने मे तुम कौन है जो तेरे दर्द की वजह बन गया आखिर लगे हो किस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 426 Share Arsh M Azeem 23 Jan 2021 · 1 min read तुम कितना सुख पाओगे दूसरों की टांग खींचकर तुम कितना उठ जाओगे औरों को दुख दे देकर तुम कितना सुख पाओगे अपने पापों को तुम छुपा लोगे दुनिया वालों से उस दिव्य दृष्टि से... Hindi · कविता 2 541 Share Arsh M Azeem 22 Jan 2021 · 1 min read जब मैं तन्हाई मे होता हूं जब मैं तन्हाई में होता हूं मन की गहराई में होता हूं बिन पंखों के उड़ जाता हूं तसब्बुर की ऊंचाई में होता हूं रूह के अंदर झांकता हूं अपनी... Hindi · कविता 1 4 385 Share Arsh M Azeem 22 Jan 2021 · 1 min read कब टोपी का रंग बदल लें कब अपने बोल बदलें कब ये अपना ढंग बदल लें नेताओं का क्या भरोसा कब टोपी का रंग बदल लें ये तो हैं उंट की तरह पता नहीं किस करवट... Hindi · मुक्तक 1 6 388 Share Page 1 Next