शेख रहमत अली "बस्तवी" 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शेख रहमत अली "बस्तवी" 25 Nov 2023 · 1 min read *ग़ज़ल* *ग़ज़ल* ******** ज़माने से तू बेख़बर हो गया है। मोहब्बत का जबसे असर हो गया है।। दिवाना सा फ़िरता हमारी गली में। तुझे रोग अब इस क़दर हो गया है।।... Quote Writer 2 378 Share शेख रहमत अली "बस्तवी" 14 Sep 2023 · 1 min read हिंदी सबसे प्यारा है भाषा अमर हिंद का मेरे हिंदी राजदुलारा है। रोम-रोम में मेरे हिंदी हिंदी सबसे प्यारा है।। भारत की आशा है जन-जन की भाषा है, पूरे देश को जोड़े रक्खे वो... Hindi · कविता 243 Share