Paramita Sarangi 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Paramita Sarangi 29 Jan 2021 · 2 min read मर्कट मार्जार उपाख्यान "मर्कट मार्जार उपाख्यान" बस से उतरकर मैं जल्दी जल्दी चल रहा था। हरिलाल (मंत्री जी के रसोईया ) ने वादा किया था कि वह मंत्री जी के कमरे की खिड़की... Hindi · लघु कथा 1 1 308 Share Paramita Sarangi 30 Dec 2020 · 1 min read काश! ऐसा होता "काश! ऐसा होता" पारमिता षड़गीं एक अनोखा इज़ाफ़ा तेरे मेरे कुर्बत में होती एक रात होती एक नींद होती एक सपना होता एक महक विखरती एक अफसाना होता और....... एक... Hindi · कविता 1 363 Share