Anurag Anjaan 18 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anurag Anjaan 5 Mar 2025 · 1 min read बहते रहो सदा ग़ज़ल चलते रहो हवाओं सा, बहते रहो सदा जो भी मिले जहाँ में, कहते चलो सदा टूटे हैं सारे ख़्वाब, बिखरने लगे हैं हम फिर भी यूं ही जहाँ में,... Hindi · Best Hindi Poetry · Gazal ग़ज़ल · कविता · ग़ज़ल · शेर 1 143 Share Anurag Anjaan 5 Mar 2025 · 1 min read तेरी दुआओं का साथ लेकर, तेरी दुआओं का साथ लेकर, हर मुकाम पर फ़लक मिलता। जब भी गिरने लगा सफर में, तेरा हाथ तब उधर मिलता। तेरी छाया थी इस तरह की, मुझको रौशनी तलक... Quote Writer 1 298 Share Anurag Anjaan 22 Dec 2024 · 2 min read सोशल मीडिया जंक | Social Media Junk . . --------++++आभाषी दुनिया++++------- . . कभी-कभी ऐसा लगता है कि सोशल मीडिया स्क्रॉल करना हमारी दिनचर्या का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है। पहले हम किताबें पढ़ते थे, टीवी... Hindi · कहानी · लेख 175 Share Anurag Anjaan 22 Jan 2023 · 1 min read धरती और आसमां की तरह.. हम घर के बड़े थे जिम्मेदारी थी, हर एक खता पर डाँटे गए हम... बॉलीवुड फिल्म सा एक बॉयकॉट ट्रेंड पर, किसी सीन की तरह काटे गए हम... एक क्षितिज... Hindi · Anurag Anjaan · Anuragsinghanjaan · कविता · ग़ज़ल 1 294 Share Anurag Anjaan 16 May 2021 · 1 min read कहानी मर चुकी होगी ****कहानी मर चुकी होगी**** बात कर लेना और जरूरी बात करना दोनो अलग है, दुनिया को लगता है की जरूरी बात चीत किसी से भी किया जा सकता है, और... Hindi · लेख 3 439 Share Anurag Anjaan 24 Mar 2021 · 1 min read क्या लिखूं ज़ख्म,आंसू या दर्द क्या लिखूं, इश्क़, आदत या मर्ज क्या लिखूं? बे मौसम जब बारिश हो जाए, ठंडी,गर्मी या सर्द क्या लिखूं? ©Anurag Anjaan Hindi · मुक्तक 1 781 Share Anurag Anjaan 8 Sep 2020 · 1 min read तुम्हारा ज़िक्र तुम्हारा ज़िक्र था या है खुदा जाने, तुम्हारा फ़िक्र था या है खुदा जाने, तमाम रात हिज़्र में तुम्हारे सोया नहीं, तुमसे इश्क़ था या है खुदा जाने।। ©अनुराग अंजान Hindi · शेर 5 2 405 Share Anurag Anjaan 29 Jul 2020 · 1 min read तुम्हारे ख्वाब में ही तुम्हारे ख्वाब में ही, जागते हैं हम सफ़र में नीद भी, त्यागते हैं हम काश हमको कहीं, तेरी आवाज सुनाई दे इसी उम्मीद, सफर के वास्ते हैं हम वस्ल भाया... Hindi · कविता 4 2 603 Share Anurag Anjaan 7 Jun 2020 · 1 min read चिट्ठियां जो तुम्हे भेजनी थी खो गईं हैं कहीं __चिट्ठियां जो तुम्हे भेजनी थी वो खों गईं__ © *अनुराग अंजान* *चिट्ठी जो तुम्हे भेजनी थी वो खो गई* मेरी पसंद ,मेरा इंतजार लिखा होता था, शब्दों के हेर फेर... Hindi · कविता 4 415 Share Anurag Anjaan 6 Jun 2020 · 1 min read समझने को बेचैन हो रहा है कोई खुद को मुझमें खो रहा है कोई, उसके ख्याल में सो रहा है कोई, वो इमोजी भेजता है हर बात पर, समझने को बेचैन हो रहा है कोई। ©अनुराग "अंजान" Hindi · शेर 2 417 Share Anurag Anjaan 2 Jun 2020 · 1 min read महज सांसों का चलना रह गया है महज सांसों का चलना रह गया है, बिछड़ करके भी मुझमें रह गया है मैं खुद बाकी नहीं मुझमें जरा भी, बस इतना सा रिश्ता रह गया है। ©अनुराग "अंजान" Hindi · कविता 4 576 Share Anurag Anjaan 13 May 2020 · 1 min read आंखों में हैं ख्वाब हज़ारों मेरे फिर आंखों में हैं ख्वाब हज़ारों मेरे फिर है मरहम कहां जख्म भरने के लिए। हैं हजारों ही गम इस जहां में अब वजह कहां कोई मुस्कुराने के लिए। रोया एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 3 511 Share Anurag Anjaan 13 May 2020 · 1 min read उसका शहर उसका गाव उसकी तीक्ष्ण मुस्कान पसंद है, उसका शहर, उसका गांव पसंद है। बेशक नैन कटार हैं उसके, मगर हमको झुमके की तान पसंद है। Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 473 Share Anurag Anjaan 23 Mar 2020 · 1 min read एक पुराने जख्म को कुरेदना अच्छा लगा एक पुराने जख्म को, कुरेदना अच्छा लगा, उसका ना होकर भी, हो जाना अच्छा लगा। यूं तो तन्हा गुजर रही थी, ज़िंदगी अच्छी मेरी, फिर भी उससे दिल, लगा लेना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 569 Share Anurag Anjaan 8 Mar 2020 · 1 min read वो नारी कहलाती है बेटी,बहू कभी मां बनकर आती है, हर एक सुख दुख सहन कर जाती है, कभी संत टेरेसा कभी झासी की रानी बन जाती है, तब जाकर वो नारी कहलाती है।।... Hindi · कविता 2 437 Share Anurag Anjaan 6 Jan 2020 · 1 min read मेरे सपनो के हर एक दाव हैं पापा खुली छत हो तो सिर पर छाव हैं पापा, मेरे पथ में कदमों के कदमताल हैं पापा। जिसने खुद के सपनों को है तोड़कर जिया, मेरे सपनों के हर एक... Hindi · कविता 2 378 Share Anurag Anjaan 30 Dec 2019 · 1 min read Teri wfa sa tujhme khubi bhut hai तेरी वफ़ा सा तुझमें खूबी बहुत है तेरी तकदीर से भी तुझे मिला बहुत है। तू खुद को इतना भी मामूली ना समझ, जो तुझे मानता है वो तुममें डूबा... Hindi · कविता 2 448 Share Anurag Anjaan 16 Dec 2019 · 1 min read जो तुम आ बैठ जाते तो महज लहरें यहीं होती, समुंदर का किनारा होता । जो तुम आ बैठ जाते तो, नज़ारा कुछ और ही होता।। यकीनन तुम मेरे न होते, मगर वो पल संवर जाता... Hindi · कविता 1 1 536 Share