anupama shrivastava anushri Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid anupama shrivastava anushri 15 Sep 2016 · 1 min read ‘हमारी मातृभाषा हिंदी’ स्नेह में पगी हमारी मातृभाषा हिंदी साहित्य सर्जन, कला,संस्कृति, सौंदर्य की परिभाषा हिंदी रिश्तों की अभिव्यक्ति, प्यार की स्वीकारोक्ति हिंदी खुशियों की अनुगूंज, संवेदनाओं का पुंज हिंदी साहस की गर्जना... Hindi · कविता 2 2 1k Share anupama shrivastava anushri 15 Sep 2016 · 2 min read 'आज की बेटी ' सहेली सी बेटी ,सर्दियों की धूप की अठखेली सी बेटी, ईश्वर की सदा, दर्द में दवा सी बेटी। स्वप्निल आँखों में , झिलमिल सपने सजाती बेटी, भावनाओ को बुन-बुन घर-... Hindi · कविता 1 845 Share anupama shrivastava anushri 6 Aug 2016 · 1 min read "तरबतर" लबालब भरे ये श्याम घन चले आये हैं डग बढ़ाये धरा लहलहाती , खिलखिलाती है उनके आतिथ्य में सर झुकाये काले -काले मेघों के ये घेरे हैं ख़ूब घेरे ज़रा... Hindi · कविता 2 2 476 Share