Anujeet Iqbal 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Anujeet Iqbal 13 Jul 2023 · 1 min read फितरत पतझड़ की फितरत में उसकी असंख्य आवृत्तियां लेकिन बसंत का आना जैसे अवरूद्ध है और जीवन अरण्य रिक्तता का पर्याय बन रहा है मैं तुम्हारे दुर्निवार मोह में अपने ही... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 3 232 Share