Anis Shah Tag: कविता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anis Shah 10 Feb 2021 · 1 min read ख़त लिखे थे जो मुहब्बत में कभी उसने ग़ज़ल याद तेरी जो बसी दिल में भुलाता कैसे। पास दौलत है यही इसको लुटाता कैसे।। जीत तो जाता मगर फिर भी ख़ुदी हारा हूँ। जीत जाने की खुशी तुझसे... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 47 383 Share Anis Shah 11 Jan 2021 · 1 min read कोरोना ग़ज़ल है बेबसी कि तेरे घर भी आ नहीं सकते। और अपने घर भी तुझे हम बुला नहीं सकते।। मिला है एक ज़माने के बाद यार हमें। बढ़ा के हाथ... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 27 387 Share Anis Shah 1 Nov 2018 · 1 min read तभी तो माँ बनाई है ग़ज़ल - - करम तेरा ख़ुदा हम पर ये तेरी ही ख़ुदाई है। तेरा दीदार नामुमकिन तभी तो मांँ बनाई है।। बनाया है अगर वालिद को जन्नत का जो दरवाजा।... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 42 570 Share Anis Shah 29 Dec 2017 · 1 min read मैं हूं तुम्हारें आसपास(नब बर्ष ग्रीटिंग) तुम सोई होगीं,मीठे सपनों में खोई होगीं। उतरेंगी आसमां से नये बर्ष की किरणें, और चूम लेगीं तुम्हारें गालों को। पाकर गर्माहट, तुम घबरा कर। जाओगी आइने के पास। देखोगी... Hindi · कविता 294 Share Anis Shah 27 Aug 2017 · 1 min read यादों का झोका कभी...... जब उदासी के खन्डहर में कैद होता हूं मैं, तब पता नही कहा से आता है तेरी यादों का झोका। और बिखेर देता है तेरी सांसों की खुशबू फिजाओ... Hindi · कविता 1 888 Share