आनन्द मिश्र 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आनन्द मिश्र 9 Jan 2024 · 1 min read युग परिवर्तन होगा फिर अब युग परिवर्तन मंत्री जी जीते हैं देश अवधपुरी होगी राजधानी राम राज्य का पुन: प्रवेश वर्ष शतक चार नौ दशक, है बीता, सत्ता हीन रहे अवधेश दसवें... Hindi 3 2 385 Share आनन्द मिश्र 30 Dec 2023 · 1 min read नयकी दुलहिन (अवधी कविता) सास - ससुर गए हैं दिल्ली प्रियतम हैं परदेश पहली बेरी नयकी दुलहिन फंस गई घरे अकेल घर पर गोरू चौवा हैं, बड़ा दुवार मोहार किंतु, दुलहिन छोड़... Bhojpuri 2 1 442 Share आनन्द मिश्र 23 Dec 2023 · 1 min read 'हक़' और हाकिम हक़ मांग रहा मजदूर, उन्हें चाहिए इतनी मजदूरी जिससे करें जरूरत पूरी, रोटी कपड़ा और मोकाम । किसान मांगता अपना हक़ सस्ती उर्वर ऊंचा दाम विद्यार्थी सब मिल मांग रहे... Hindi 4 2 448 Share आनन्द मिश्र 20 Dec 2023 · 1 min read स्वयं से सवाल क्या ठोकरों के डर से, अब चलना ही छोड़ दें या आंधियों के डर से, निकलना ही छोड़ दें गिरते - उड़ते 'क्रेन', हैं आकाश चूमते क्या बादलों के डर... Hindi 5 1 411 Share आनन्द मिश्र 18 Dec 2023 · 1 min read भस्मासुर चक्षु दर्शन किया टीवी पर, अखबार में देखा, पढ़ा, प्रभावित हुआ आदर्श माना प्रशंसक बना उनके उद्दीप्त कौशल का । चर्चे चले, देश में सरकार ने भी, सराबोर किया अर्थ,... Hindi 3 1 471 Share आनन्द मिश्र 17 Dec 2023 · 1 min read विषधर जो हो ना नियंत्रित पंजे में रखिए उन्हें शिकंजे में, निज कोरे आदर्शों से कभी राष्ट्र नहीं चला करते लोहे से लोहा कटता है जिससे चलता विज्ञान, यान लोहे से... Hindi 4 1 325 Share आनन्द मिश्र 15 Dec 2023 · 2 min read खेत का सांड लहलहाए फसलों को जब चरते हो देख कर देखते ही रहना चाहता हूं बहुत देर तक । हजारों वर्ष बाद ! नाथी, पगहा, जुआठा से मुक्त हरे खेतों में फ़ैल... Hindi 4 2 731 Share आनन्द मिश्र 14 Dec 2023 · 1 min read आदम का आदमी आदमी कभी पैदा नहीं होता ! आदमी बनता है 'आदम' की फैक्ट्री में। अगर , इंशा को जने आदम एवं हव्वा फिर किसने जना कौवा ? भला किसी कोख का... Hindi 4 2 387 Share आनन्द मिश्र 13 Dec 2023 · 1 min read वाचाल सरपत हे गुण ज्ञानी नहि अभिमानी मै छा जाता बनती ढानी । जब मैं खेतों का प्रहरी बन जाता चलती घर की दाना पानी । हमारी सेठा की कलमों से लिखते... Hindi 3 1 792 Share आनन्द मिश्र 13 Dec 2023 · 1 min read भारत का सिपाही हिम्मत हिमालय सा विशाल कर देता रिपु का छिन्न हाल हिमशिखरों पर जश्न मनाता जो दलदल में राह बनाता जो मरुभूमि में भर दे सब्ज़ रंग जंगल में रात बिताता... Hindi 4 3 503 Share आनन्द मिश्र 13 Dec 2023 · 1 min read सबला नारी डरो नहीं ! डर बनो बेटी हो । दुर्गा काली अस्त्र् - शस्त्र धारणी देवी हो । अपला घोषा शास्त्र वारणी विद्योतमा हो । इन्दिरा सुषमा नेता हो । बेटी... Hindi 4 3 408 Share