अमित राज 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अमित राज 15 Aug 2020 · 3 min read स्वतंत्रता दिवस का उत्साह 'लघुकथा' "स्वतंत्रता दिवस का उत्साह" आज चेतन बहुत ही उत्साहित था। आखिर हो भी क्यो न कल जो स्वतंत्रता दिवस है। उसने सुबह-सुबह खुद ही अपने कपड़े धोकर सूखने के... Hindi · कविता · बाल कविता 464 Share अमित राज 13 Apr 2020 · 1 min read "कोरोना" एक वैश्विक आपात ऐ ज़िंदगी तू कुछ इस कदर सिमट गई है। दिल चाहता है आसमा को छू लू , लेकिन घरों में कैद होकर रह गयी है । ऐ ज़िंदगी तू कुछ... Hindi · कविता 3 6 546 Share